भोपाल, 13 जनवरी . मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति को लेकर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक तैयारियां की गई हैं. इस पर्व के दौरान कोई अनहोनी न हो, श्रद्धालुओं को परेशानी भी न हो, इसके लिए मध्य प्रदेश के तमाम प्रमुख जल स्रोतों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षाबलों से लेकर गोताखोर तक की तैनाती की गई है.
मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को राज्य की प्रमुख नदियों नर्मदा, क्षिप्रा, बेतवा आदि के अलावा अन्य प्रमुख जल स्रोतों पर स्नान करने के लिए लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी.
इस दौरान श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और स्नान आदि निर्विघ्न संपन्न हो, इसके लिए सभी स्थानों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और गोताखोर से लेकर एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के दलों को तैनात किया गया है. विभिन्न स्थानों पर मोटर बोट भी मौजूद रहेगी.
जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी ने बताया कि नर्मदा नदी के तीन प्रमुख घाट ग्वारीघाट, भेड़ाघाट और तिलवारा घाट पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. ग्वारीघाट पर लगभग 250 जवान तैनात रहेंगे, वहीं तिलवारा घाट और भेड़ाघाट पर 50-50 जवानों की तैनाती की जा रही है.
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा इन स्थानों पर एसडीआरएफ का दल तथा गोताखोर मोटर बोट के साथ मौजूद रहेंगे. भीड़भाड़ के कारण किसी भी तरह के विवाद और वारदात से निपटने व अन्य घटना को रोकने के लिए भी पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. यातायात व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है.
यातायात व्यवस्था में बदलाव की वजह भी है क्योंकि पिछली बार की मकर संक्रांति के समय कुछ दिक्कत आई थी. पुलिस अधिकारियों ने नर्मदा नदी के ग्वारीघाट का जायजा लिया है और नर्मदा घाटों में पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों से चर्चा कर जानकारी भी ली.
बताया गया है कि सुबह से ही श्रद्धालु घाटों पर पहुंचने लगते हैं, इसलिए प्रकाश व्यवस्था बेहतर रहे, इसके भी प्रबंध किए गए हैं. इसके साथ ही श्रद्धालु गहरे स्थान पर न पहुंचे, इसके लिए सुरक्षा बल खास नजर रखेंगे. किसी भी तरह की विषम स्थिति के आने पर उससे निपटने के लिए सभी सतर्क व सजग रहेंगे.
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एसएनपी/एबीएम