इंटरनेट डेस्क। महाकुंभ शुरू हो चुका हैं और इसके साथ ही यहां साधु संता का जमावड़ा लगा हुआ है। यहां भारी मात्रा में महिला नागा साधु भी आई हुई है। ऐसे में महिला नागा साधुओं के जीवन में कई सख्त नियम और परंपराएं शामिल हैं, खासकर पीरियड्स (मासिक धर्म) के दौरान। तो आइए जानते हैं कि महिला नागा साधु पीरियड्स के दौरान महाकुंभ में स्नान और अन्य धार्मिक प्रक्रियाओं को कैसे संपन्न करती हैं।
होता हैं ये नियम
महिला नागा साधु के लिए पीरियड्स के दौरान कुछ विशेष नियम होते हैं। जब कोई महिला नागा साधु (पीरियड्स) में होती है, तो वह पूजा और भगवान को छूने से बचती है। इस दौरान, वे राख शरीर पर लपेटे रहती हैं और गंगा या संगम में स्नान नहीं करतीं हैं। इसके बजाय, वे अपने शिविर में जल स्नान करती हैं।
रहती हैं अलग से
मीडिया रिपोटर्स की माने तो महिला नागा साधु पीरियड्स के दौरान गंगा जल का छिड़काव करती हैं, लेकिन गंगा में स्नान नहीं करतीं। कुंभ के दौरान, महिला नागा साधु के लिए एक विशेष ‘माई बाड़ा’ बनाया जाता है, जिसमें सभी महिला नागा साधु रहती हैं।
pc- jansatta
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