GMP ने लगाई छलांग तो Kabra Jewels IPO पर टूट पड़े निवेशक, खुलते ही हुआ सब्सक्राइब, रिटेल कैटेगरी में भारी मांग
et January 16, 2025 12:42 AM
15 जनवरी को खुले काबरा ज्वेल्स लिमिटेड आईपीओ (Kabra Jewels IPO) को निवेशकों की ओर से बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला. मजबूत जीएमपी भी इसकी वजह हो सकती है, जिसने छलांग लगाई और इससे निवेशकों का ध्यान इस आईपीओ की ओर गया और यह खुलते ही बुक हो गया.दोपहर 11.45 बजे तक यह इश्यू 1.01 गुना सब्सक्राइब हो चुका था. रिटेल कैटेगरी में मांग देखी जा रही है और यह कैटेगरी 1.53 गुना सब्सक्राइब हो चुकी है. एनआईआई कैटेगरी 1.16 गुना बुक हो चुकी है.सार्वजनिक पेशकश का लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) के लिए, लगभग 35% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए आरक्षित है.यह 40 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्ट इश्यू है. 31.25 लाख शेयरों का यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है. काबरा ज्वेल्स आईपीओ GMPबाजार सूत्रों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Kabra Jewels SME IPO GMP 85 रुपये है जो कैप प्राइस की तुलना में 66.4 प्रतिशत अधिक है. यह इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है. 13 जनवरी को जीएमपी 50 रुपये था जो छलांग लगाते हुए 14 जनवरी को 75 रुपये तक जा पहुंचा और आज 85 रुपये हो गया. काबरा ज्वेल्स आईपीओ प्राइस बैंडKabra Jewels IPO का प्राइस बैंड 121-128 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉय साइज 1000 शेयरों का है. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि 1 लाख 28 हजार रुपये है. अन्य विवरणकाबरा ज्वेल्स लिमिटेड रिटेल ज्वैलरी बिज़नेस में लगी हुई है, जो सोने, हीरे और चांदी के आभूषणों का कलेक्शन पेश करती है. कंपनी विभिन्न कीमतों पर सोने, जड़े हुए और अन्य आभूषण उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को डिजाइन, निर्माण और बेचती है, जिसमें विशेष अवसरों जैसे कि शादियों के लिए आभूषण शामिल हैं, जो उनकी सबसे अधिक बिकने वाली उत्पाद श्रेणी है और रोजाना पहनने वाले आभूषण शामिल हैं.कंपनी अहमदाबाद में केके ज्वेल्स ब्राइडल, केके ज्वेल्स डायमंड, केके ज्वेल्स सिल्वर, केके ज्वेल्स गोल्ड, केके ज्वेल्स अतराशी और केके ज्वेल्स सिल्वर स्टूडियो ब्रांड के तहत 6 शोरूम संचालित करती है.वित्त वर्ष 24 में कंपनी का रेवेन्यू 164.24 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 9.39 करोड़ रुपये था. चालू वित्त वर्ष में 30 नवंबर 2024 को समाप्त अवधि तक कंपनी का रेवेन्यू 125.48 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 8.80 करोड़ रुपये था.कंपनी इस इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कुछ उधारों को आंशिक या पूर्ण रूप से चुकाने, कार्यशील पूंजी आवश्‍यकताओं को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी.इश्यू 17 जनवरी को बंद होगा. शेयर अलॉटमेंट को संभवतः 20 जनवरी को अंतिम रूप दिया जाएगा. डिमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट या रिफंड 21 जनवरी को होगा और कंपनी को 22 जनवरी को BSE SME पर लिस्ट होने की उम्मीद है.(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं)
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