हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट में हुई। बैठक में मनरेगा, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, स्वामित्व योजना सहित अन्य योजनाओं पर चर्चा की गई।
बैठक में कलेक्टर कानाराम ने स्वामित्व योजना अंतर्गत प्रॉपर्टी पार्सल वितरण की धीमी गति पर चिंता जताई और अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इस कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए और ब्लॉक और जिला स्तरीय कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में आमजन को भी आमंत्रित किया जाए।
इसके अलावा, मनरेगा के तहत व्यक्तिगत लाभ और खेल मैदानों के निर्माण कार्य को प्राथमिकता देने की बात कही गई। कलेक्टर ने जिले में 100 ग्राम पंचायतों में खेल मैदानों के निर्माण की प्रतिबद्धता जताई और निर्देश दिए कि सभी खेल मैदानों के कार्य 31 मार्च तक पूर्ण कर लिए जाएं।
सभी ग्राम पंचायतों में पौधशाला निर्माण के लिए वन विभाग से मनरेगा के 100 दिनों तक के लिए लगाए गए स्थाई श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जाए। कार्य आदेश जारी करने वाली 200 ग्राम पंचायतों में 31 जनवरी तक कार्य शुरू करवाए जाए। गौरतलब है कि जिले में 200 ग्राम पंचायत में 1387 लाख रुपए से अधिक की लागत से पौधशालाओं के कार्य स्वीकृत किए गए है। साथ ही, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 के कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण करने का आदेश दिया गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत पात्र परिवारों को दूसरी किश्त वितरित करने की प्रक्रिया अगले सप्ताह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
जिले में 2024-25 अंतर्गत हनुमानगढ़ में सर्वाधिक 100, टिब्बी में 65 सहित 284 मेटों को लापरवाही के कारण ब्लैक लिस्ट किया गया। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत 122 प्रगति कार्यों की रिपोर्ट भेजने के आदेश भी दिए गए। जिले में नवनिर्मित 32 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को शीघ्र निरीक्षण और सूचना भेजने के निर्देश दिए गए।
शहरों की तर्ज पर 180 ग्राम पंचायतों में कचरा संग्रहण कार्य शुरू शहरों की तर्ज पर गांवों में भी डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए जिले की 221 ग्राम पंचायतों में कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इसके लिए आरआरसी का निर्माण भी किया जा रहा है। कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सिर्फ कचरा संग्रहण नहीं है, बल्कि आमजन के व्यवहार में परिवर्तन लाना है। गांव में इसको लेकर कार्यशालाएं आयोजित की जाए तथा वार्डों में पंच की जिम्मेदारी तय की जाए। बैठक में कलेक्टर ने जिले की 180 ग्राम पंचायतों में कचरा संग्रहण की शुरुआत की जानकारी दी। बैठक में जिलापरिषद व पंचायत समिति के खंड विकास अधिकारी व तकनीकी कर्मचारी भी मौजूद रहे।