Bihar News : प्रशासन ने जिले की छह महत्वपूर्ण सड़कों को नवीकरण करने की अनुमति दी है। पथ संरचना को बेहतर बनाने और आम लोगों को सुरक्षित सुगम और सुविधाजनक आवागमन देने के लिए यह नवीकरण किया जा रहा है। विभिन्न महत्वपूर्ण सड़कों को इन परियोजनाओं के तहत उन्नत किया जाएगा जो स्थानीय क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
उपमुख्यमंत्री एवं पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले में ओपीआरएमसी फेज-दो अंतर्गत पथ संधारण की योजना लागू नहीं होने के कारण विभाग वैकप्लिक व्यवस्था कर रहा है। प्रशासन ने मुजफ्फरपुर जिले में छह महत्वपूर्ण पथों को नवीकरण करने की अनुमति दी जो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन सड़कों का किया जाएगा नवीकरण
– NHC-102 को NHC-28 से जोड़ने वाली कांटी यह 12.55 किमी लंबा है। 6.95 किमी लंबी सड़क को नवीकृत किया जाएगा। प्रशासन ने इसके लिए 523.85 लाख रुपये मंजूर किए हैं। कांटी मड़वन और आसपास के क्षेत्रों में इस पथ के संरक्षण कार्य के दौरान आवागमन की स्थिति बेहतर होगी। कांटी रेलवे स्टेशन और अंचल कार्यालय पर आने-जाने वाले यात्रियों को सुरक्षित रास्ता मिलेगा।
– कांटी से रघईघाट का रास्ता इसकी कुल 9.70 किमी लंबाई है। 6.3 किमी लंबी सड़क को नवीकृत किया जाएगा। प्रशासन ने इसके लिए 584.62 लाख रुपये की अनुमति दी है। यह राजमार्ग शिवहर और सीतामढ़ी जिलों से मुजफ्फरपुर को जोड़ता है। इसके नवीकरण से मुजफ्फरपुर शहर को कई गांवों और प्रखंड मुख्यालयों से जोड़ना आसान होगा।
– पक्की सराय चौक (एनएच-77) से तुर्की चौक (एनएच-77) तक मधौल केरमा सुस्ता और कच्ची-पक्की चौक मार्ग इसकी कुल 19.25 किमी लंबाई है। 11.10 किमी का नवीकरण किया जाएगा। प्रशासन ने 739.57 लाख रुपये इसके लिए मंजूर किए हैं। साथ ही इस परियोजना में 1650 मीटर लंबी आरसीसी ड्रेनेज सिस्टम स्थापित किया जाएगा।
– सरैया-मोतीपुर राजमार्ग यह एनएच-102 को सरैया (एनएच-102) और एनएच-28 को मोतीपुर (एनएच-28) से जोड़ता है। इसकी 28.20 किमी की कुल लंबाई है।
– इसी तरह मुजफ्फरपुर-पुसा राजमार्ग भी 23 किमी है। इसके नवीकरण के लिए प्रशासन से 1336.79 लाख रुपये की अनुमति दी गई है। यह मार्ग मुजफ्फरपुर जिले के कई प्रखंडों को पूसा कृषि विश्वविद्यालय से जोड़ता है।
– मोतीपुर से साहेबगंज का रास्ता 23.20 किमी की कुल लंबाई है। साथ ही 16.35 किमी लंबी सड़क भी नवीकृत की जाएगी। 1269.03 लाख रुपये की प्रशासनिक अनुमति दी गई है। यह राजमार्ग मोतीपुर (एनएच-28) को साहेबगंज से जोड़ता है। इस क्षेत्र में दो एथनाल प्लांट पहले से स्थापित हैं। इस मार्ग को पुनर्जीवित करने से इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास में बड़ा सुधार होगा।