इस्लामाबाद, 20 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में स्थित ग्वादर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का सोमवार को आधिकारिक उद्घाटन किया गया। यह अत्याधुनिक हवाई अड्डा 42 अरब डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना के तहत विकसित किया गया है। हवाई अड्डे के निर्माण और वित्त पोषण का कार्य चीन ने किया है, जो पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते आर्थिक और रणनीतिक सहयोग का प्रतीक है।
ग्वादर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पाकिस्तान का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है, जिसे आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया गया है। इसका उद्देश्य न केवल स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है बल्कि यह क्षेत्र में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस नये हवाई अड्डे पर पहुंचने वाला पहला वाणिज्यिक विमान पीके 503 बना, जिसमें वाणिज्यिक यात्री और उच्च पदस्थ अधिकारी सवार थे।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ग्वादर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन शुरू होने पर संतोष व्यक्त किया और इसे ग्वादर को मध्य और पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व और खाड़ी देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी में बदलने में एक प्रमुख मील का पत्थर बताया। एक बयान में प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे के संचालन को पाकिस्तान और व्यापक क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में रेखांकित किया।
पीएम शहबाज ने कहा कि यह उपलब्धि हमें सीपीईसी के माध्यम से पाकिस्तान और क्षेत्र के विकास के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की साझा प्रतिबद्धता को पूरा करने के करीब लाती है।
वहीं, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने उद्घाटन समारोह में कहा कि सीपीईसी न केवल स्थानीय आबादी के जीवन में सुधार करेगा बल्कि प्रांत की सामाजिक, तकनीकी और ऊर्जा क्षमता को भी सुनिश्चित करेगा और इसे पाकिस्तान और चीन के आर्थिक ढांचे के भीतर निकटता से एकीकृत करेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार