साइबर पुलिस ने मामले में दो और आरोपी गिरफ्तार किएकेवल सेबी पंजीकृत ऐप्स के माध्यम से ही करे निवेश निवेश के लिए कभी भी अंजान सोशल मीडिया ग्रुप पर न करें भरोसा : एसपीहिसार, 22 जनवरी . हिसार साइबर थाना पुलिस ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर की गई 18 लाख रुपए की ठगी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें फतेहाबाद में रह रहे मुरादाबाद निवासी सोनू और फरीदाबाार में रह रहे गोपालगंज निवासी सुधीर यादव शामिल है. मामले में जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप ने बुधवार को बताया कि हिसार साइबर थाना में एनसीसीआपी पोर्टल से 27 दिसंबर 2024 को शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर एक इलेक्ट्रिकल दुकान संचालक से 18 लाख की ठगी होने की शिकायत मिली. शिकायतकर्ता ने बताया कि पिछले वर्ष 8 नवंबर को को उसके मोबाइल नंबर पर किसी ऐश्वर्य शास्त्री का फोन आया. उसने अपने आप को किसी फाइनेंशियल कंपनी का एसेक्टिव बताया और व्हाट्सएप पर कंपनी का सीआईएन नंबर सहित सेबी स्टॉक ब्रोकर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देकर कहा कि हम ट्रेडिंग का काम करते है और डिमेट, ट्रेडिंग अकाउंट खोलते है. इसके तहत 20 दिसंबर को शिकायकर्ता के पास एक लिंक भेजा और दस्तावेज लेकर उसका ट्रेडिंग अकाउंट खोल दिया. अगले दिन 21 दिसंबर को शिकायतकर्ता ने लिंक पर मिले ऐप से कस्टमर केयर नंबर पर अनिल नामक युवक से बात कर उसके द्वारा बताए गए अकाउंट में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. इस तरह आईपीओ खरीदने, ट्रेडिंग के नाम पर अलग अलग तारीख पर शिकायतकर्ता ने पैसे ट्रांसफर किए. गत 13 दिसंबर को ऐश्वर्य शास्त्री ने शिकायतकर्ता से कहा कि उसके ट्रेडिंग अकाउंट में 33 लाख 84 हजार रुपए है और उन्हें निकालने के लिए प्रॉफिट का 20 प्रतिशत जमा करवाने के लिए कहा. साथ ही पैसे निकालने के लिए टैक्स अलग अलग तारीख पर पैसे जमा करवाने लिए कहा. इस तरह शिकायतकर्ता से ट्रेडिंग, आईपीओ खरीदने, टैक्स और चार्ज के रूप में 18 लाख 105 रुपए की ठगी की गई.जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप ने बताया कि शिकायतकर्ता से की गई ठगी की राशि पकड़े गए आरोपी सुधीर यादव के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की गई. सुधीर यादव ने अपना अकाउंट 40 हजार रुपये में बेच दिया और आरोपी सोनू 30 हजार के कमीशन पर बैंक अकाउंट खुलवाता है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. उन्हें अदालत में पेश करके दो दिन के रिमांड पर लिया गया है. केवल सेबी पंजीकृत ऐप्स के माध्यम से ही करे निवेश:शंशाक कुमार सावनजिला पुलिस अधीक्षक शंशाक कुमार सावन ने कहा है कि स्टॉक खरीदने, बेचने के लिए मुफ्त ट्रेडिंग टिप्स की पेशकश कर निवेश करने के लिए प्रेरित करने वाले विज्ञापनों पर विश्वास न करें. इन विज्ञापनों में नागरिकों को स्टॉक ट्रेडिंग में आगे के मार्गदर्शन और भारी मुनाफा कमाने के लिए धोखेबाजों द्वारा एक ट्रेडिंग ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है. ये एप्लीकेशन भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के तहत पंजीकृत नहीं होते. कई बार धोखेबाज सेबी से रजिस्टर्ड होने के दस्तावेज भी पेश करते है और धोखेबाज सिफारिशों के आधार पर पंजीकरण करते हैं और स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करते हैं. शेयर खरीदने की रकम धोखेबाजों द्वारा बताए गए बैंक खातों में जमा की जाती है और डिजिटल वॉलेट में नकली मुनाफ़ा दिखाया जाता है. जब पीड़ित डिजिटल वॉलेट से अपना ‘मुनाफ़ा’ निकालने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें बताया जाता है कि यह तभी संभव है जब उनका मुनाफ़ा एक तय रकम या उससे ऊपर पहुंच जाए.
/ राजेश्वर