सोनीपत, 22 जनवरी .
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में पुलिस और गैंग के
बीच हुए एनकाउंटर में मारे गए खरखौदा के रोहट गांव का रहने वाले मंजीत के शव को गन्नौर
तहसील के गांव खेड़ी बिलंदपुर में बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. मंजीत खेड़ी बिलंदपुर
में अपने जीजा फारुख के साथ रहता था.
उसकी
बहन बबली ने करीब 3 साल पहले फारुख के साथ शादी कर ली थी. मंजीत अपने भाई राजेश की
हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा था. करीब दो साल पहले मंजीत भी अपने जीजा
फारुख के घर आ कर रहने लगा था. दिसंबर 2023 में अदालत ने उसे दोषी ठहराया था. पैरोल
पर बाहर आने के बाद मंजीत फरार हो गया और कग्गा गैंग के संपर्क में आकर अपराधी बन गया
था. उसकी मौत के बाद उसके परिवार ने शव लेने से शव लेने से मना कर दिया था. जिस वजह
से उसके जीजा फारुख व बहन बबली मंजीत के शव को खेड़ी बिलंदपुर ले कर आए. बुधवार को गांव
के कब्रिस्तान में मंजीत के शव को मुस्लिम रिवाज से दफनाया गया.
गांव
से मिली जानकारी अनुसार मंजीत का विवाह भी उसके जीजा फारुख ने करवाया था. शादी से उसे
एक बेटा है. अब मंजीत की मौत के बाद उसकी पत्नी व बहन गमगीन हैं.
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शर्मा परवाना