लेह (लद्दाख), 22 जनवरी (आईएएनएस)। खेलो इंडिया सीजन की शुरुआत गुरुवार को खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 से होगी। राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और संस्थागत संगठनों से बनी उन्नीस टीमें पांच दिनों तक दो स्पर्धाओं - आइस हॉकी और आइस स्केटिंग में प्रतिस्पर्धा करेंगी। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया गुरुवार को लेह में प्रतिष्ठित नवांग दोरजे स्टोबदान स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहेंगे और खेलों की शुरुआत की घोषणा करेंगे।
यह खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 का पहला भाग होगा। दूसरा भाग, जिसमें स्कीइंग जैसे बर्फ के खेल शामिल हैं, 22-25 फरवरी तक जम्मू और कश्मीर द्वारा आयोजित किया जाएगा। मांडविया के साथ कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे, जिनमें यूटी लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा और भारतीय खेल प्राधिकरण तथा लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
594 प्रतिभागियों के स्वागत के लिए पारंपरिक, लद्दाखी शैली में उद्घाटन की योजना बनाई गई है, जिसमें 428 एथलीट होंगे। यह दूसरा मौका होगा जब लद्दाख शीतकालीन खेलों की मेजबानी करेगा, यह इसका पांचवां संस्करण होगा।
एन.डी.एस. और गुपुक्स तालाब में कई युवा स्केटर्स एक्शन में दिखेंगे, ये दो स्थान हैं जहां शॉर्ट और लॉन्ग-फॉर्म स्केटिंग का आयोजन किया जाएगा। एन.डी.एस. और लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर में आइस हॉकी मैच खेले जाएंगे। कार्यक्रमों के तकनीकी संचालन की निगरानी राष्ट्रीय खेल महासंघों की मदद से एस.ए.आई. द्वारा की जाएगी। केआईडब्ल्यूजी उद्घाटन समारोह को दूरदर्शन स्पोर्ट्स द्वारा लाइव कवर किया जाएगा और 27 जनवरी तक हर दिन कार्यक्रमों का लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा।
केआईडब्ल्यूजी 2024 में, महाराष्ट्र ने स्केटिंग में 20 पदक जीते, जिसमें छह स्वर्ण शामिल हैं। कर्नाटक ने भी छह स्वर्ण पदक जीते, लेकिन महाराष्ट्र के 20 के मुकाबले उनके आठ पदकों की कुल संख्या ने उन्हें स्टैंडिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया। मेजबान लद्दाख, जिसने स्पीड स्केटिंग में दो ऐतिहासिक खेलो इंडिया स्वर्ण पदक जीते, 13 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
आइस हॉकी प्रतियोगिता में सेना, आईटीबीपी, हिमाचल प्रदेश और यूटी-लद्दाख की टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। गत पुरुष चैंपियन सेना और महिला खिताब धारक आईटीबीपी ने अधिकांश राष्ट्रीय और खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के खिताब आपस में साझा किए हैं।
सभी टीमें लेह पहुंच चुकी हैं, जो 11,562 फीट की ऊंचाई पर है। हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा दल 78 एथलीटों और सहायक कर्मचारियों का है। हरियाणा (62), मेजबान लद्दाख (52) और महाराष्ट्र (48) लद्दाख संस्करण में प्रतिस्पर्धा करेंगे। उत्तराखंड, जो इस महीने के अंत में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करेगा, की सबसे छोटी टीम में एक अकेला एथलीट शामिल है।
-आईएएनएस
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