सुनने की क्षमता कमजोर होने पर आजमाएं ये घरेलू उपचार, बहरापन हो जाएगा दूर
Himachali Khabar Hindi January 23, 2025 02:42 PM

बढ़ती उम्र के साथ कई लोगों को बहरेपन की समस्या होने लग जाती है। बहरेपन होने पर सुनाई देनी की क्षमता पर असर पड़ता है और कई लोगों को कान में दर्द भी हो जाती है। बहरेपन की समस्या होने पर इसे नजरअंदाज न करें और इसका इलाज करवाएं। अगर समय रहते बहरेपन की समस्या का इलाज करवा लिया जाए तो ये सही हो जाती है। वहीं इस समस्या को अगर अनदेखा किया जाए तो सुनने की क्षमता पूरी तरह से खत्म हो जाती है।

बहरेपन की समस्या होने पर डॉक्टर से इलाज करवाने के अलावा आप नीचे बताए गए घरेलू उपचार भी रख सकते हैं। इन उपचारों की मदद से कम सुनने की समस्या से निजात मिल जाती है। तो आइए बिना देरी किए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

बहरेपन की समस्या हो जाएगी दूर, बस कर दें ये उपाय दालचीनी और शहद

दालचीनी और शहद की मदद से कम सुनने की क्षमता को सही किया जा सकता है। सुनने की क्षमता कम होने पर आप दालचीनी और शहद से जुड़े इस उपाय को कर लें। इस उपाय के तहत रोज दालचीनी और शहद के पानी का सेवन करें। एक गिलास पानी के अंदर एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी मिला दें। फिर इस पानी को पी लें। रोज सुबह ये पानी पीने से कान पर अच्छा असर पड़ता है। इसके अलावा आप कान के अंदर दालचीनी के तेल की कुछ बूंदे भी डाल सकते हैं। इस तेल की बूंदे कान में डालने से आपको आराम मिलेगा।

नीम का तेल

नीम के तेल को कानों में डालने से सुनने की क्षमता में सुधारा होता है। नीम के तेल को कान में रुई की मदद से दिन में तीन बार डालें। ऐसा करने से तुरंत आराम मिल जाएगा।

अश्वगंधा

सुनने की क्षमता मजबूत बनीं रहे, इसके लिए अश्वगंधा का सेवन करें। इसका सेवन करने से सुनने की क्षमता अच्छी हो जाती है। आप अश्वगंधा के पाउडर को गर्म पानी या दूध के साथ ले। रोज इसका सेवन करने से बहरापन दूर हो जाएगा।

प्याज

प्याज को 15 मिनट तक पानी में डालकर उबालें। फिर इस पानी को छान लें। इसे ठंडा कर अपने कान में इसकी कुछ बूंदे डाल दें। रोजाना ये उपाय करने से सुनने की क्षमता सही हो जाएगी।

टी ट्री ऑयल

टी ट्री ऑयल भी सुनने की क्षमता को बेहतर करने में मददगार साबित होता है। इस तेल की मदद से बहरापन दूर हो जाता है। बहरापन होने पर आप बस कान की मालिश इस तेल से कर लें और कान में इस तेल की कुछ बूंदे डाल दें। ये तेल कान में डालने से रक्त परिसंचरण बेहतर होगा और कम सुनने की समस्या भी दूर हो जाएगी।

सेब का सिरका

सेब के सिरके में मैग्नीशियम जिंक पाया जाता है। जो कि कानों की मांसपेशियों में सुधार लाने का काम करता है और ऐसा होने से सुनने की क्षमता पर अच्छा असर पड़ता है। आप बस एक गिलास पानी में शहद और एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं दें और रोज इसे पीएं।

सरसों का तेल

सरसों का तेल कान के लिए उत्तम माना जाता है और इस तेल की मदद से भी कम सुनने की समस्या दूर हो जाती है। कम सुनने की समस्या होने पर शहद और सरसों के तेल को मिलाएं और इसकी बूंदें कान में दिन में दो से तीन बार डालें। सुनने की क्षमता में सुधार आ जाएगा। इसके अलावा आप सरसों के तेल को हल्का गर्म करके भी रूई की मदद से कान में इसे डाल सकते हैं।

अदरक

अदरक का रस सुनने की क्षमता को बढ़ता है और बहरेपन को दूर कर देता है। एक गिलास पानी को गैस पर गर्म करने के लिए रख दें। फिर इसके अंदर अदरक डालकर इसे उबाल सें। 5 मिनट तक इसे उबालने के बाद गैस बंद कर दें। पानी को छान लें और इसमें शहद को मिला दें। ये पानी पीने से सुनने की क्षमता अच्छी हो जाएगी।

एक्यूप्रेशर

एक्यूप्रेशर के माध्यम से भी सुनने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। एक्यूप्रेशर के तहत कानों के ऊपरी भाग को दो उंगलियों से धीरे धीरे मोड़ें। दिन में ये प्रक्रिया कई बार करें। ऐसा करने से सुनने की क्षमता बढ़ जाएगी।

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