गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है या लड़की? यहां बिना 1 रुपए खर्च करें पता लगा सकते हैं
Himachali Khabar Hindi January 23, 2025 02:42 PM

जब कोई महिला गर्भवती होती है तो ये उसके लिए बहुत खुशी वाला पल होता है। इस दौरान उसके मन में एक जिज्ञासा पनपने लगती है कि उसका होने वाला बच्चा लड़का होगा या लड़की? भारत में गर्भ में पल रहे नवजात का लिंग का पता लगाना पूरी तरह से गैरकानूनी है। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको सजा भी हो सकती है।

आमतौर पर लोग बच्चे के लिंग का पता मेडिकल प्रक्रिया से गुजरकर लगाते हैं। लेकिन गर्भवती महिला को लड़का होगा या लड़की इसे लेकर कई मान्यताएं भी हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक अनोखी मान्यता के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल झारखंड में एक ऐसा स्थान है जहां आप बिना कोई पैसे खर्च की जान सकते हैं कि आपके गर्भ में बेटा पल रहा है या बेटी।

झारखंड (Jharkhand) के लोहरदगा स्थित खुखरा गांव में एक पहाड़ी है जो गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग बताती है। इस पहाड़ी पर चांद के आकार की एक आकृति बनी हुई है। कहते हैं यदि कोई गर्भवती एक निश्चित दूरी से इस चांद के ऊपर पत्थर मारती है तो वह अपने गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जान सकती है। उदाहरण के लिए यदि पत्थर इस चांद की आकृति के बीच से होकर जाता है तो लड़का होता है। वहीं पत्थर के चांद की आकृति के बहार से निकलने पर लड़की होती है।

यह करीब 400 साल पुरानी मान्यता है जो नागवंशी राजाओं के शासन काल से चली आ रही है। लोग कहते हैं कि ये रहस्यमयी पर्वत पिछले 400 सालों से लोगों को उनका भविष्य बताते आ रहा है। वैसे हम एक बात फिर से साफ कर दें कि भारत में गर्भ में पल रहे नवजात के लिंग का पता लगाना एक दंडनीय अपराध है। फिर आप ऐसा किसी भी तरीके से करें। यह जानकारी बताने के पीछे हमारा मकसद आपको पुरानी मान्यताओं से परिचित कराना था।

बेटा हो या बेटी आज के जमाने में दोनों ही बराबर होते हैं। बल्कि बेटियों को अब कई मामलों में बेटों से आगे भी निकल रही हैं। भगवान आपको जो भी संतान दें आपको उसे खुले दिल के साथ अपनाना चाहिए। उनमें भेदभाव नहीं करना चाहिए। एक अन्य मान्यता के तहत कुछ लोग नारियल के बीज को खाने की सलाह भी देते हैं। कहते हैं ऐसा करने से बेटा होता है। लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है। बेटा होगा या बेटी ये आपके हाथ में नहीं होता है।

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