Trichotillomania Disorder: दुनियाभर में कई सारे ऐसे न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर हैं, जिनके बारे में कई सारे लोगों को नहीं पता. उनमें से एक Trichotillomania नाम का एक Disorder है. इसमें इंसान खुद के ही बालों को नोच-नोचकर जड़ से उखाड़ देता है. दरअसल, ये न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें दिमाग में रिलीज होने वाले कुछ केमिकल में खराबी आ जाती है. आइए विस्तार से Trichotillomania Disorder के लक्षणों और सही इलाज के बारे में जानते हैं.
Trichotillomania या हेयर पुलिंग डिसऑर्डर एक इम्पल्स कंट्रोल डिसऑर्डर है. इसमें इंसान को बार बार अपने बालों को खींचकल निकालने की इच्छा होती है. यह डिसऑर्डर पुरुष या स्त्री किसी को भी हो सकता है. इस डिसऑर्डर में मरीज को ऐसा भी महससू होता है कि ये नहीं करना चाहिए, मगर ज्यादा घबराहट के कारण मरीज इसे अवॉइड नहीं कर पाता है. उसकी वजह से ये गंजेपन का शिकार हो जाते हैं. बता दें, इसका डायग्नोसिस तब ही हो सकता है, जब मरीज को किसी और तरह का मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर ना हो. अगर किसी भी तरह का कोई मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर है तो उसे Trichotillomania Disorder नहीं कहा जाएगा.
किसी भी इंसान को Trichotillomania हो सकता है. इस डिसऑर्डर होने का मुख्य कारण है न्यूरोकेमिकल का असंतुलन. ये तनाव के कारण भी हो सकता है. ये ऐसा डिसऑर्डर है जो परिवार में हो सकता है. इसमें ब्रेन में मौजूद न्यूरोकेमिकल में असंतुलन पैदा होता है. इसमें इसांन को तनाव या घबराहट होने पर मरीज अपने बाल खींचना शुरू कर देता है. थोड़ा सुकून मिलने पर घबराहट फिर से होने लगती है और ये साइकिल चलती रहती है. बता दें कि ये केमिकल का असंतुलन खासकर सेरोटोनिन नाम के केमिकल के कारण होता है. हालांकि इसके पीछे कुछ और केमिकल भी जिम्मेदार हो सकते हैं.
Trichotillomania Disorder को ठीक करने के लिए आपको स्पेशल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है. इसमें दवाइयां और साइकोथेरेपी असरदार होती हैं. इस बीमारी से बचने के लिए आपको थेरेपी भी काफी मदद कर सकती है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.