एक ही ठेकेदार के पास 23 पंचायतों का सफाई ठेका, मंत्री ने दिए ब्लैक लिस्ट कर वसूली करने के निर्देश
Udaipur Kiran Hindi January 25, 2025 03:42 AM

जयपुर, 24 जनवरी . शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर जयपुर जिले के बस्सी पंचायत समिति क्षेत्र में औचक निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा, ब्लॉक विकास अधिकारी समीक्षा वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

शिक्षा एवं पंचायत मंत्री ने पांच ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया जिनमें राम रतनपुरा, हीरावाला कानोता, मानगढ़ खोखावाला और बैनाड़ा शामिल है.

कानोता ग्राम पंचायत में सबसे ज्यादा गंदगी और कचरे के ढेर लगे मिले.

कानोता नायला मुख्य सड़क पर होंडा शोरूम के पास गंदगी का अंबार देख कर मंत्री दिलावर ने ग्राम विकास अधिकारी प्रभु नारायण को पूछा कि सफाई कब से नहीं हुई. इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि दो तीन दिन पहले ही सफाई करवाई है. दिलावर ने विकास अधिकारी को डांट लगाई.

मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने कहा कि साल भर से ज्यादा हो गया. यहां सफाई करने कोई नहीं आता.

मंत्री ने ब्लॉक विकास अधिकारी से पूछा कि हर रोज सफाई के लिए टेंडर हुआ या नहीं. बीडीओ ने बताया कि टेंडर डेढ़ माह पहले ही हुआ है. मंत्री ने पूछा- फिर गांव में हर रोज सफाई क्यों नहीं हो रही? कचरे के ढेर क्यों लगे है? कचरा उठाने और सफाई की बीएसआर दर तय होने के बाद भी कचरा हर रोज क्यों नहीं उठ रहा.

इसके बाद मंत्री दिलावर किसान सेवा केंद्र के पास हरिजन मौहल्ले में पहुंचे. जहां बड़ा नाला पूरी तरह से कचरे के कारण बंद था और सड़क पर ही कचरे के ढेर लगे थे. बदबू के कारण खड़ा होना मुश्किल था. मंत्री दिलावर ने सफाई ठेकेदार को मौके पर बुलवाया.

मंत्री ने ठेकेदार रमेश मीणा से पूछा कि सफाई कितने दिन में करते हो. ठेकेदार ने कहा कि हर रोज सफाई हो रही हैं. मंत्री ने पूछा कि कितनी पंचायतों का ठेका हैं तुम्हारे पास तो रमेश मीणा ने जवाब दिया कि 23 पंचायतों का सफाई का ठेका उसके ही पास है. इस पर पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर भड़क गए और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से पूछा कि जब अधिकतम दो पंचायतों का ठेका एक ठेकेदार को देने का नियम है तो इसको 23 पंचायतों के ठेके कैसे मिल गए.

मंत्री ने आदेश दिया कि तत्काल इसके सभी ठेके निरस्त कर इसे ब्लैकलिस्ट करो. इसकी अमानत राशि जब्त कर इसके सारे भुगतान रोक दो और सरपंच, ग्रामसेवक तथा सहायक अभियंता की विस्तृत जांच करो. पूरी राशि की वसूली तीनों से करो.

इससे पूर्व पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री ने राम रतनपुरा हीरा वाला मानगढ़ खोखा वाला तथा बेनाडा ग्राम पंचायत का भी निरीक्षण किया. सभी जगह सफाई की व्यवस्था चौपट मिली तथा ग्रामीणों ने शिकायत की कि ना तो रोज झाड़ू लगाती है और ना ही सफाई की जाती है. इस पर मंत्री दिलावर ने सभी जगह सफाई ठेकेदारों के भुगतान रोकने के निर्देश दिए.

मंत्री ने कहा कि प्रत्येक पंचायत को विभाग प्रति वर्ष कम से कम 12 लाख रुपये देता हैं, फिर भी गांव के लोग गंदगी में रहने को मजबूर है. मंत्री ने पांचों पंचायतों के सफाई ठेकेदारों के भुगतान रोकने तथा सरपंच, ग्रामसेवक और सहायक अभियंता की जांच कर वसूली करने के निर्देश दिए.

मंत्री ने पंचायत के रजिस्टर भी मंगवा कर चेक किए. सभी में ग्राम सभा की कार्यवाही और खाली जगह छोड़ कर हस्ताक्षर करना पाया गया. रजिस्टर में कार्यवाही के ठीक नीचे हस्ताक्षर की बजाय साइड में एक तरफ हस्ताक्षर करना पाया गया जो गलत था. रामरतनपुरा ग्राम पंचायत में ग्राम सेवक के उपस्थित नहीं होने पर मंत्री ने मूवमेंट रजिस्टर मंगाकर उसकी जांच की तथा विकास अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिया.

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री जब बस्सी की पांच पंचायत के निरीक्षण पर निकले तो किसी भी पंचायत में सफाई कर्मचारी सफाई करते नहीं मिले. जबकि निविदा में अर्ध कुशल से काम करने का समय कम से कम आठ घंटे और उसके ऊपर दुगुनी मजदूरी देने का प्रावधान है. गांव में घरों एवं दुकानों के बाहर कहीं भी डस्टबिन या कचरा पात्र नहीं पाए गए. कहीं कहीं सड़कों पर गोबर के ढेर पाए गए. पंचायत कार्यवाही रजिस्टर नियमानुसार अपडेट नहीं थे, बीच-बीच में काफी पेज खाली छोड़ रखे थे. रजिस्टर में निष्कर्ष एवं साइन नीचे करने होते हैं लेकिन कहीं भी निष्कर्ष लिखा हुआ नहीं मिला. कुछ जगह साइन अभी भी साइड में कर रहे हैं. पंचायत में मूवमेंट रजिस्टर बना ही नहीं रखा है. जहां बना रखा है वह भी अपडेट नहीं है.

कानोता ग्राम पंचायत में तो मंत्री के आने की सूचना मिलने के बाद आनंद-फानन में मूवमेंट रजिस्टर तैयार किया गया.

निविदा के तहत विद्यालयों के परिसर एवं शौचालय की सफाई भी की जानी है. लेकिन, मानगढ़ खोखावाला ग्राम पंचायत परिसर में ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित है. जहां ना तो साफ सफाई मिली और ना ही शौचालय में सफाई थी. पूरे परिसर में कीचड़ और गंदगी पाई गई.

गांव में घर-घर कचरा संग्रहण का काम वास्तविक रूप से शुरू नहीं हुआ है. स्वस्थ भारत मिशन (ग्रामीण) का काम धरातल पर शून्य पाया गया. इसी प्रकार नाली सफाई, सड़क सफाई का काम भी शून्य पाया गया. बहुत जगह पर नालियां चाॅक मिली.

पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है.

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/ रोहित

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