आज पूरे भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2008 में बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई। राष्ट्रीय बालिका दिवस लोगों को जागरूक करने और बालिकाओं के अधिकारों, बालिकाओं की स्वास्थ्य शिक्षा और उनकी सुरक्षा के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए मनाया जाता है। आज हम आपको राष्ट्रीय बालिका दिवस के इस अवसर पर बताने जा रहे हैं। बालिकाओं के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही पांच लाभकारी योजनाएं। जानिए कैसे लड़कियों को मिलता है इन योजनाओं का लाभ।
भारत सरकार ने बालिकाओं के लिंगानुपात को बढ़ाने तथा बालिकाओं के अधिकारों के बारे में लोगों को जागरूक करने तथा उन्हें समाज में समान भागीदार बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 में इस योजना की शुरुआत हरियाणा से की थी। यह सरकारी योजना पूरे देश में लागू है। इस योजना के तहत बालिकाओं की शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाई जाती है। इस योजना से कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में भी काफी मदद मिली है।
भारत सरकार ने वर्ष 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की थी। इसके तहत बेटियों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा बचत योजना भी शुरू की गई। इस योजना के अंतर्गत बालिका के माता-पिता या संरक्षक 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के लिए बैंक खाता खोलते हैं। यह जमा राशि पर अच्छा ब्याज प्रदान करता है। जिससे बेटी की शादी और उसकी उच्च शिक्षा के लिए अच्छा फंड इकट्ठा किया जा सकेगा।
यह योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1997 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की छात्राओं को निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान की जाती है। इस योजना से विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों को लाभ मिलेगा।
यह योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 2004 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं का सामाजिक और आर्थिक विकास करना था। इस योजना के तहत बालिकाओं के जन्म पर सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके साथ ही पढ़ाई के दौरान कक्षा उत्तीर्ण करने पर भी बालिकाओं को प्रोत्साहन स्वरूप नकद राशि दी जाती है।
इस योजना को केन्द्र सरकार द्वारा सीधे क्रियान्वित नहीं किया गया है। यह भारत के विभिन्न राज्यों में लागू है। योजना की बात करें तो यह खास तौर पर ग्रामीण इलाकों की लड़कियों और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए है। इसमें सरकार की ओर से मुफ्त साइकिलें उपलब्ध कराई जाती हैं। ताकि उन्हें स्कूल जाते समय किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।