सुबह 8 बजे उठने की आवश्यकता होने पर, अलार्म एक अनिवार्य उपकरण बन जाता है। कई लोग जल्दी उठने के लिए 7 से 8 बजे के बीच एक से अधिक अलार्म लगाते हैं, जबकि कुछ लोग तो अलार्म की एक आवाज पर तुरंत जाग जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अलार्म का बार-बार उपयोग आपकी सेहत पर असर डाल सकता है? क्या यह आपके मूड को भी प्रभावित करता है? चलिए, इस पर विस्तृत चर्चा करते हैं।
क्या अलार्म की आवाज से मूड पर असर पड़ता है?शोध से पता चलता है कि अलार्म की तेज आवाज तनाव के स्तर को बढ़ा सकती है। जब व्यक्ति गहरी नींद में होता है और अचानक अलार्म की आवाज सुनता है, तो यह उसे झटका देकर जगाता है, जिससे दिनभर मानसिक तनाव बढ़ सकता है। गहरी नींद से जागने से शरीर की रिस्टोरिंग प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिसके कारण मानसिक क्षमता कम होती है और सुबह सुस्ती का अनुभव होता है।
अलार्म की आवाज को कैसे बदलें?अलार्म की आवाज का हमारे मूड और स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर आप तेज म्यूजिक का अलार्म सेट करते हैं, तो यह तनाव को बढ़ा सकता है। इसके विपरीत, अगर आप सॉफ्ट और शांति देने वाली आवाज का चयन करते हैं, तो यह तनाव को कम करने में सहायक हो सकता है। इसलिए, अपने अलार्म की आवाज को हल्का और धीमा रखने की कोशिश करें ताकि आप तनाव का सामना न करें।
अधिक अलार्म लगाना भी हानिकारक हो सकता है। बेहतर होगा कि आप केवल एक या दो अलार्म सेट करें, ताकि सुबह उठने का अनुभव सुखद और सहज हो सके।
अपने अलार्म के उपयोग के तरीके को समझकर आप अपनी सुबह को अधिक सुखद और तनावमुक्त बना सकते हैं!