मार्केट में Idiot Syndrome नाम की अजीबो गरीब बीमारी बड़ा चर्चे में है. इसमें लोग किसी बीमारी होते ही गूगल सर्च करने लगते हैं.
Idiot Syndrome: आज के समय में Idiot Syndrome की ये साइकलॉजिकल बीमारी बड़ी तेजी से अपने पैर पसार रही है. मगर नाम से इस बीमारी के क्षेत्र के बारे में पता करना मुश्किल है. मगर ये व्यक्ति के अंदर जबरदस्ती की चिंता और एंजाइटी भरता है. इसके बारे में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं इस खास सिंड्रोम के बारे में.
क्या है Idiot Syndrome?
इसमें व्यक्ति अपने हर सवाल का जवाब गूगल से पूछने लगता है. अब आप सोच रहे होंगे कि ये काम तो आज के समय लगभग हर कोई करता है, तो ये बीमारी कैसे हुई? दरअसल, जब व्यक्ति गूगल द्वारा बताई हुई उस जानकारी को आंख बंद करके भरोसा करता है. जबकि गूगल पर कई विषयों के बारे में गलत जानकारी और आंकड़े भी मौजूद है. ऐसी स्थिति में होने वाले शख्स को Idiot Syndrome की कैटिगरी में रखेंगे. इसमें व्यक्ति अपनी किसी बीमारी के लिए भी डॉक्टर की सलाह लेने की बजाय गूगल की सलाह पर ज्यादा भरोसा करता है.
Idiot Syndrome की लक्षण
- अगर बीमारी होने पर व्यक्ति गूगल के जवाब पर ज्यादा भरोसा कर डॉक्टर के जवाब को नकारे, तो ये Idiot Syndrome का लक्षण हो सकता है.
- अगर व्यक्ति हर छोटी बड़ी चीज के लिए गूगल सर्च करें तो यह लक्षण भी Idiot Syndrome का है.
- अगर गूगल पर व्यक्ति के पूछे गए सवाल के हिसाब से जवाब ना मिले और ऐसी स्थिति में व्यक्ति एंजाइटी या डिप्रेशन का शिकार हो जाए, तो ये भी Idiot Syndrome के मुख्य लक्षणों में से एक है.
- गूगल की बताई हुई गलत जानकारी को सच मानकर सही बात को नकारना Idiot Syndrome का लक्षण है.
Idiot Syndrome से कैसे बचे
- व्यक्ति को समझना चाहिए कि गूगल हमेशा सही जवाब नहीं दे सकता है.
- हेल्थ से जुड़े सवालों को आप गूगल से पूछने की बजाय डॉक्टर से सलाह लें.
- आप गूगल पर जानकारी को लोगों के साथ साझा करके सही और असली बात पर जरूर पहुंचे.
- हेल्थ से जुड़ी बातों को आप गूगल की बजाय डॉक्टर से सलाह मश्वरा करें.
- भूलकर भी गूगल पर आंख बंद करके भरोसा ना करें.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. (Photo Credit: Printerest)