बजट से पहले इकॅानामिक सर्वे क्यों आता है, क्या है इसके महत्व
et January 31, 2025 10:42 PM
नई दिल्ली: साल 2025 का बजट आने वाला है और बजट से पहले देश का इकॅानामिक सर्वे आ गया है. बजट से पहले इकॅानामिक सर्वे क्यों आता है और इसके क्या महत्व है आइयें इस आर्टिकल में जानते है. बजट से पहले आर्थिक सर्वे का आना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सरकार के लिए एक रोडमैप जैसा काम करता है. जिससे वह आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट तैयार कर सकती है. इकॅानामिक सर्वे देश की आर्थिक स्थिति और विकास की दिशा को दर्शाता है. इकॅानामिक सर्वे का उद्देश्य इकॅानामिक सर्वे में देश की अर्थव्यवस्था के पिछले साल के प्रदर्शन और आने वाले साल का विश्लेषण किया जाता है. यह सर्वे बजट तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि इसके आधार पर सरकार को इन चीजों की जानकारी मिलती है.
  • वृद्धि दर कितनी रही है और भविष्य में इसकी कितनी उम्मीद है.
  • इंफ़्लेशन की स्थिति क्या है और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
  • राजकोषीय स्थिति यानी सरकारी खर्च और राजस्व का संतुलन क्या है.
  • किसी विशेष क्षेत्र में सुधार या निवेश की आवश्यकता है जैसे कृषि, उद्योग, आदि.
आर्थिक सर्वे और बजट के बीच का संबंधआर्थिक सर्वे में जो आर्थिक आकलन और सिफारिशें दी जाती हैं, वे बजट में वित्तीय नीतियों और आर्थिक योजनाओं का आधार बनती हैं. यदि सर्वे में कहा जाता है कि आगामी वित्तीय वर्ष में वृद्धि दर धीमी हो सकती है, तो सरकार विकासात्मक खर्च बढ़ा सकती है या कर में राहत देने की योजना बना सकती है. इसी तरह, अगर महंगाई ज्यादा है, तो बजट में महंगाई नियंत्रण के उपाय किए जा सकते हैं.विकास दर: पिछले वित्तीय वर्ष की आर्थिक वृद्धि और आगामी वर्ष की अनुमानित वृद्धि दर. राजकोषीय घाटा: सरकार के खर्च और आय के बीच का अंतर, यानी कितना उधारी किया जा रहा है.निर्यात-आयात संतुलन: व्यापार घाटा, विदेशी मुद्रा भंडार और आयात-निर्यात का विश्लेषण. कृषि और उद्योग: कृषि उत्पादन, औद्योगिक विकास और बुनियादी ढांचा.सामाजिक क्षेत्र: स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक कल्याण के लिए सरकार के प्रयास. इकॅानामिक सर्वे का प्रभावसरकार आर्थिक सर्वे के आधार पर आने वाले बजट में आर्थिक नीतियों को प्राथमिकता देती है, ताकि विकास दर को बढ़ावा मिल सके और मुद्रास्फीति नियंत्रित हो सके. निवेशक और व्यापारिक समुदाय आर्थिक सर्वे को ध्यान में रखते हुए निवेश के फैसले लेते हैं, क्योंकि यह अगले वित्तीय वर्ष की दिशा को स्पष्ट करता है. सर्वे में दी गई जानकारी के आधार पर सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को सही दिशा दी जाती है. आर्थिक सर्वे और जनताआर्थिक सर्वे को आम जनता भी समझ सकती है, क्योंकि इसमें सरकार की योजनाओं, नीतियों की स्पष्ट जानकारी मिलती है. इससे नागरिक यह जान सकते हैं कि सरकार किस दिशा में आगे बढ़ने की योजना बना रही है और इसके प्रभाव उनके जीवन पर कैसे पड़ेंगे. इकॅानामिक सर्वे बजट से पहले देश की आर्थिक स्थिति का विश्लेषण और आकलन करता है, जो बजट के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करता है. इसलिए, बजट से पहले आर्थिक सर्वे का आना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह सरकार को आवश्यक डेटा और मार्गदर्शन प्रदान करता है ताकि वह आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सही निर्णय ले सके.
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