नई दिल्ली: हर साल 4 फरवरी को पूरी दुनिया में विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है. कैंसर दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. इस बीमारी से लड़ने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों को मजबूत करना है. ज्यादा स्क्रीन टाइम, तनाव, खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों के कारण युवाओं में कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है इससे कई लोगों की मौत हो रही है. हर साल एक थीम के साथ यह दिन (विश्व कैंसर दिवस 2025 थीम) मनाया जाता है.
युवा क्यों हो रहे हैं कैंसर का शिकार?कई रिसर्च का यह भी कहना है कि आज के डिजिटल युग में अत्यधिक स्क्रीन टाइम, तनाव, खराब जीवनशैली और खान-पान के कारण युवाओं में कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बीमारी हर गुजरते दिन के साथ ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपना शिकार बना रही है. स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं. जिसके कारण यह मोटापा और हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है. जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल से इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है. इसलिए व्यक्ति को लंबे समय तक कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है.
क्यों मनाया जाता कैंसर डे?कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी है. विश्व कैंसर दिवस के माध्यम से लोगों को कैंसर के लक्षणों के बारे में जागरूक किया जाता है, जैसे अचानक वजन कम होना, लंबे समय तक खांसी या गले में खराश, शरीर में गांठें, थकान और त्वचा में बदलाव. साथ ही इस दिन लोगों को नियमित जांच कराने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है. हर साल विश्व कैंसर दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल विश्व कैंसर दिवस की थीम ‘यूनाइटेड बाय यूनिक’ रखी गई है. इस थीम का मकसद यह बताना है कि कैंसर सिर्फ इलाज से नहीं बल्कि लोगों से जीती जाने वाली एक लड़ाई है, जिसे हमें जड़ से खत्म करना है.
वर्ल्ड कैंसर डे का महत्वकैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम लेते ही हर कोई डर जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण मानव शरीर की कुछ कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं और शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैल जाती हैं. कैंसर व्यावहारिक रूप से मानव शरीर में कहीं भी विकसित हो सकता है. घातक बीमारी के लक्षण एडवांस स्टेज तक सामने नहीं आते, इसलिए शुरुआती स्टेज में इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है. अगर समय रहते इसका पता चल जाए तो इस पर काबू पाया जा सकता है.
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