सीरिया की ग्वेइरान जेल: ISIS कैदियों का अड्डा और सुरक्षा संकट
Newsindialive Hindi February 05, 2025 06:42 PM

सीरिया की ग्वेइरान जेल, जिसे अब पैनोरमा जेल के नाम से भी जाना जाता है, हजारों संदिग्ध ISIS आतंकियों का ठिकाना बनी हुई है। इस जेल में विभिन्न देशों और उम्र के करीब 4,500 ISIS से जुड़े कैदी सालों से बंद हैं। इन कैदियों के लिए बाहरी दुनिया से संपर्क का एकमात्र जरिया दरवाजों में बनी छोटी खिड़कियां हैं। एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने हाल ही में इस जेल का दौरा किया और वहां की स्थिति को नजदीक से देखा।

असद के पतन के बाद बढ़ी जेलों की सुरक्षा चुनौती

दिसंबर में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को विद्रोहियों के हमले के चलते सत्ता छोड़नी पड़ी। इसके बाद, ISIS ने सीरिया के पूर्वी इलाकों में बचे हुए हथियारों पर कब्जा कर लिया, जो असद समर्थक बलों द्वारा छोड़े गए थे। सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) के प्रमुख कमांडर माजलूम अब्दी ने बताया कि असद शासन के पतन के बाद ISIS के आतंकियों को नियंत्रित करना और जेलों की सुरक्षा बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है।

क्या ISIS कैदियों को छुड़ाने की साजिश रच रहा है?

SDF के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने आगाह किया कि ISIS आतंकियों द्वारा जेल पर हमला करने और अपने साथियों को छुड़ाने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि यह सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।

यूएस सेंट्रल कमांड के जनरल माइकल एरिक कुरीला ने भी इस जेल का दौरा किया और चेतावनी दी, “यह कैदियों की एक वास्तविक और प्रतीकात्मक ISIS सेना है।”

कैदियों की हालत: वर्षों से बिना सुनवाई बंद

जेल के दौरे के दौरान पत्रकारों को कैदियों से बात करने का मौका दिया गया। एक ऑस्ट्रेलियाई कैदी, जो खुद को नर्स बताता है, ने कहा कि उसे 2019 में बगूज़ से गिरफ्तार नहीं किया गया था, बल्कि उसने खुद आत्मसमर्पण किया था।

एक अन्य कैदी महेर ने कहा, “मैंने किसी का कुछ नहीं किया। मैं यहां सात साल से बिना किसी सुनवाई के बैठा हूं। मैंने अपनी गलतियों पर बहुत पछतावा किया है।”

महेर ने बताया कि उसने एक सीरियाई महिला से शादी की थी और उनके दो बच्चे उत्तर-पूर्वी सीरिया के शिविरों में रह रहे हैं, जहां ISIS से जुड़े परिवारों को रखा जाता है। उसने रेड क्रॉस के जरिए अपने माता-पिता को पत्र भेजा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला।

पहले भी हो चुका है जेल पर हमला

जनवरी 2022 में ISIS आतंकियों ने एक जेल पर हमला कर दिया था, जिसके बाद SDF और आतंकियों के बीच 10 दिनों तक संघर्ष चला। इस हमले में करीब 500 लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद से सीरिया की जेलों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

तुर्की की मदद पर विवाद

सीरिया के विदेश मंत्री असद अल-शिबानी ने हाल ही में कहा कि तुर्की हिरासत केंद्रों और शिविरों में सुरक्षा को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जहां लगभग 40,000 से अधिक ISIS से जुड़े लोग रह रहे हैं।

हालांकि, SDF कमांडर माजलूम अब्दी ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “हमें तुर्की की मदद की जरूरत नहीं है। हमें अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुर्की के हमलों को रोकने की आवश्यकता है।”

ISIS कैदियों की अनिश्चित भविष्य

इस जेल में बंद कैदी अपने भाग्य का इंतजार कर रहे हैं। एक ब्रिटिश कैदी ने कहा कि वह ब्रिटेन लौटकर मुकदमे का सामना करना चाहता है। उसने बताया कि जब वह सीरिया आया था, तब उसकी उम्र 18 साल थी।

उसने कहा, “मैंने असद शासन के खिलाफ विद्रोह और बच्चों की हत्याओं के बारे में खबरें देखी थीं। लेकिन जब आप ISIS में शामिल हो जाते हैं, तो बाहर निकलना मुश्किल होता है।”

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