दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर मतदान जारी है। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो रहा है। शुरुआती दो घंटे में करीब 8 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) ने कई सीटों पर चुनावी गड़बड़ियों की शिकायतें की हैं।
संजय सिंह का आरोप – राष्ट्रपति भवन के पास पैसे बांटे गएAAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि राष्ट्रपति भवन के पास स्थित बूथ नंबर 27N ब्लॉक में भाजपा कार्यकर्ता पैसे बांट रहे थे। उन्होंने दावा किया कि जैसे ही वह वहां पहुंचे, आरोपी भाग निकले। उन्होंने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा, “दिल्ली में चुनाव हो रहा है या मजाक?”
नई दिल्ली सीट पर भी विवादसंजय सिंह ने नई दिल्ली विधानसभा सीट को लेकर भी आपत्तियां जताई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तुगलक लेन बूथ पर AAP कार्यकर्ताओं को टेबल पर बैठने से रोका गया। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी साझा किया और भाजपा कार्यकर्ताओं पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया।
AAP के गढ़ में मतदान धीमा करने की कोशिश: सौरभ भारद्वाजग्रेटर कैलाश से AAP उम्मीदवार और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके गढ़ में वोटिंग को धीमा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि चिराग दिल्ली में पोलिंग स्टेशन से 200 मीटर दूर बैरिकेडिंग कर दी गई है, जिससे मतदाताओं को परेशानी हो रही है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता बूथ तक कैसे पहुंचेंगे, जब बाइक और स्कूटर को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
जंगपुरा में पैसे बांटने का आरोपAAP ने जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में वोटर्स को पैसे बांटने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग को टैग करते हुए लिखा कि बीजेपी कार्यकर्ता एक बिल्डिंग में मतदाताओं को पैसे दे रहे हैं। पार्टी ने दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग पर इस मामले में निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा का पलटवारAAP के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपनी हार मान चुकी है, इसलिए बेबुनियाद आरोप लगा रही है। भाजपा ने दावा किया कि जंगपुरा में उनके टेबल पर भारी भीड़ है, जबकि AAP के टेबल पर कोई नहीं आ रहा, जिससे घबराकर AAP कार्यकर्ता झूठे आरोप लगा रहे हैं।
चुनाव को लेकर विभिन्न दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं, लेकिन मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।