भारत सरकार का सरकारी कर्मचारियों के लिए फरमान, भूलकर भी नहीं करें ChatGPT, DeepSeek जैसे AI टूल्स का इस्तेमाल
et February 05, 2025 07:42 PM
भारत सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक सख्त आदेश पास किया है. जिसमें एआई टूल्स और एप्लीकेशन के इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया गया. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आदेश के अनुसार चैटजीपीटी, डीपसीक जैसे अन्य एआई टूल्स जिनका नियंत्रण देश से बाहर हैं, उनका इस्तेमाल सरकारी उपकरणों पर नहीं किया जा सकता है. सुरक्षा को देखते हुए लिया फैसलासंयुक्त सचिव प्रदीप कुमार सिंह द्वारा जारी किये गए आदेश के अनुसार सभी सरकारी सिस्टम पर AI-आधारित एप्लिकेशन का इस्तेमाल करना देश के डेटा की सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है. इसलिए ऐसे टूल्स का इस्तेमाल आधिकारिक उपकरणों पर करने से बचने का आदेश जारी किया गया है. यह आदेश सभी सरकारी विभागों को भेजा जा चुका है. क्यों जरूरी है प्रतिबंधसभी AI-आधारित एप्लिकेशन और टूल्स पर सरकार का नियंत्रण नहीं है. जिसके कारण साइबर हमले बढ़ सकते हैं और निजी जानकारी का बाहर गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. सरकारी जानकारियों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है. सुरक्षित नहीं रहेगी जानकारीAI-आधारित एप्लिकेशन और टूल्स को लेकर केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सवाल उठाए जा रहे हैं. केवल सरकारी कंपनियों में ही नहीं बल्कि कई निजी कंपनियों ने भी अपनी जानकारियों को सुरक्षित रखने के लिए ऐसे एआई टूल्स का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया. ChatGPT, DeepSeek जैसे AI मॉडल्स का निर्माण जिन देशों में किया गया हैं वहां ही यूजर्स की जानकारियां संग्रहित की जा रही है.ये सभी यूजर्स की जानकारियों को एक्सटर्नल सर्वर पर स्टोर कर रहे हैं. इसीलिए डेटा के लीक होने और कई लोगों के पास एक्सेस पहुंचने का ख़तरा भी बढ़ रहा है. इसलिए दुनियाभर की कई बड़ी-बड़ी कंपनियां भी ऐसे टूल्स के इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा चुकी है, ताकि उनके डेटा पर कोई भी सेंधमारी नहीं कर सके. क्या सरकार कर्मचारियों के निजी उपकरणों पर भी लगा प्रतिबंधसरकार द्वारा जारी किये गए फरमान में सरकारी उपकरणों का ही जिक्र किया है. सरकारी कर्मचारियों के निजी उपकरणों की जारी आदेश में जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि माना जा रहा है कि आने वाले समय में सरकार एआई के इस्तेमाल के लिए नई नीति का निर्माण कर सकती है.