मुरादाबाद, 6 फरवरी . उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में ढाई माह पहले हुई हिंसा में पत्थरबाजी, लूटपाट और आगजनी में शामिल उपद्रवियों की तलाश में पुलिस की 10 टीमें लगी हुई हैं, लेकिन पुलिस को अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिल पा रही है. संभल के आसपास के जिलों के साथ ही टीमों ने दूसरे प्रदेश में भी आरोपितों की तलाश में डेरा डाल रखा है. शारिक साटा गिरोह के सदस्य भी पुलिस के हाथ नहीं आ पा रहे हैं. बवाल में शामिल 74 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं अभी 66 नामजद आरोपितों की तलाश अभी जारी है.
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में विवादित जामा मस्जिद व हरिहरनाथ नाथ मंदिर में 24 नवंबर 2024 को सर्वे के दौरान तीन स्थानों पर हिंसा और बवाल हुआ था. पहला बवाल विवादित जामा मस्जिद के नजदीक हुआ था, जहां पांच लोगों की जान गई थी. दूसरा बवाल नखासा तिराहे पर हुआ था, जहां पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी. इसके बाद तीसरी हिंसा हिंदूपुरा खेड़ा में हुई थी. यहां पुलिस के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था.
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि इस घटना के 74 आरोपित उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसमें चार आरोपित महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं अभी 66 नामजद आरोपितों की तलाश अभी जारी है. शारिक साटा गिरोह के मुल्ला अफरोज और वारिस को जेल भेजा है. अन्य जो भी शारिक साटा गिरोह के सदस्य इस उपद्रव में शामिल रहे हैं, उनकी भी तलाश की जा रही है.
एसपी संभल के अनुसार पुलिस की जांच में सामने आया कि जामा मस्जिद सर्वे के दौरान माहौल शारिक साटा गिरोह के सदस्यों ने खराब किया था. दो सदस्य चार लोगों की हत्या में जेल जा चुके हैं. इस बवाल में जो अन्य सदस्य शामिल रहे थे, उनकी तलाश में 10 टीमें लगी हुई हैं. यह टीमें अन्य उपद्रवियों की भी तलाश में लगी हैं.
/ निमित कुमार जायसवाल