-बालक केदार का अंतिम संस्कार, शोक का माहौल
सूरत, 7 फ़रवरी . शहर के न्यू कतारगाम क्षेत्र में खुले गटर के अंदर गिरे बालक केदार वेगड (2) की मौत के मामले में अमरोली थाने में सापराध मानव वध की प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं, सूरत महानगर पालिका ने चार कर्मचारी-अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिया है.
जानकारी के अनुसार बच्चे (दो वर्षीय केदार वेगड) का परिवार सूरत के न्यू कतारगाम क्षेत्र में रहता है. वह बुधवार शाम (5 फरवरी) अपनी मां के साथ बुधवारी बाजार में गया था. इस दौरान आइसक्रीम खाने के लिए माता का हाथ छुड़ाकर दौड़ने लगा, जिसके बाद वह रोड पर खुले गटर में गिर गया. स्थानीय लोगों समेत परिजनों ने बच्चे को काफी ढूंढा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. इसके बाद फायर ब्रिगेड को जानकारी दी गई. फायर विभाग के कर्मियों ने ऑक्सीजन मॉस्क के साथ गटर में बच्चे को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया.
गुरुवार सुबह से फिर से खोजबीन शुरू की गई. करीब 24 घंटे बाद बच्चे का शव खुले गटर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर वरियाव पंपिंग स्टेशन से मिला. प्रशासन ने शव का फॉरेंसिक और पैनल पोस्टमार्टम कराया. परिजनों ने शव को स्वीकार करने से मना कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों की मांग के अनुसार प्राथमिकी दर्ज करने का आश्ववासन दिया था. बाद में परिजनों ने शव स्वीकार किया और शुक्रवार को बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया.
इधर, सूरत महानगर पालिका के महापौर दक्षेण मावाणी ने बताया कि दो वर्षीय बालक की मौत के मामले में मनपा आयुक्त की ओर से कार्रवाई की जा रही है. मनपा के 4 अधिकारियों को शो-कॉज नोटिस दिया गया है. पालिका के जोनल कार्यपालक इंजीनियर तेज पटेल को शो-कॉज नोटिस दिया गया है. इसके अलावा नितिन चौधरी (डिप्टी इंजीनियर), राकेश टी पटेल (जूनियर इंजीनियर) और चेतन पी राणा (सुपरवाइजर) को नोटिस जारी किया गया है.
शव का पैनल पोस्टमार्टम करने वाले राजेश पटेल ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में डूबने या श्वास बंद होने से मौत के कारण का पता चलता है. इसके साथ ही वेसरा का सैम्पल भी लिया गया है. ड्रैनेज लाइन होने की वजह से अन्य कोई कारण हो सकता है, इसकी जानकारी सैम्पल जांच रिपोर्ट आने के बाद मिलेगी.
अमरेली पुलिस थाने के पीआई जे बी वनार ने बताया कि इस संबंध में सापराध मानव वध समेत अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जांच में जो भी अधिकारी-कर्मचारी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
/ बिनोद पाण्डेय