नई दिल्ली : चीन में सेक्स डॉल्स की मांग बढ़ रही है। यहां ऐसी डॉल्स बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी WMDoll का कहना है कि इस साल उनकी कमाई में 30 फीसदी का इजाफा हो सकता है। इसकी एक वजह सेक्स डॉल्स के उत्पादन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल है।
कंपनी ने बताया कि उसने दो साल पहले ChatGPT से प्रेरणा लेकर अपनी सेक्स डॉल्स में एआई का इस्तेमाल किया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक कंपनी की 90 फीसदी सेक्स डॉल्स चीन से बाहर एक्सपोर्ट की जाती हैं, जिनमें से आधी अमेरिका में बिकती हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, WMDoll के फाउंडर लियू जियांगक्सिया ने बताया कि ओपनएआई ने नवंबर 2022 में चैटजीपीटी लॉन्च किया था। इसके बाद से ही उनकी कंपनी ने अपनी सेक्स डॉल्स में एआई के इस्तेमाल का तरीका तलाशना शुरू कर दिया।
100 से ज्यादा डॉल्स बनाईकरीब एक साल के रिसर्च और डेवलपमेंट के बाद कंपनी ने 100 से ज्यादा मेटाबॉक्स सीरीज डॉल्स बनाईं, जो लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर आधारित थीं। चैटजीपीटी जैसे एआई सॉफ्टवेयर में एलएलएम का इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि सॉफ्टवेयर इंसानों की तरह बात करने में सक्षम है। लियू ने कहा कि इससे नई सेक्स डॉल्स काफी इंटरेक्टिव हो गई हैं।
नई डॉल्स कैसे अलग हैंलियू ने कहा, “नई सेक्स डॉल्स न केवल सवालों के जवाब देती हैं बल्कि गहरी बातें भी समझती हैं। ये डॉल्स पुरानी बातचीत को फिर से वहीं से शुरू कर सकती हैं, जहां से खत्म हुई थी। बिल्कुल वैसे ही जैसे कोई इंसान करता है।”
ओपन-सोर्स का फायदापिछले कुछ समय में कई चीनी कंपनियों ने अपने सॉफ्टवेयर को ओपन सोर्स बनाकर बड़े बदलाव किए हैं। डीपसीक के मामले में भी यही हुआ। WMDoll ने अपनी डॉल्स के सॉफ्टवेयर के साथ भी यही किया है। किसी भी सॉफ्टवेयर को ओपन-सोर्स बनाने से एक आम डेवलपर भी इस सॉफ्टवेयर की कोडिंग देख सकता है और उसमें सुधार कर सकता है।
कंपनी अब डीपसीक AI मॉडल अपनाने के बारे में सोच रही है। लेकिन इटली जैसे कुछ देशों में इसके बैन होने की वजह से इसकी उपलब्धता एक समस्या बनी रहेगी। WMDoll डॉल्स को अंतरराष्ट्रीय बाजार में WMDoll, AngelKiss, Galatea, JKDoll और Jinsandoll ब्रांड नामों से बेचा जाता है।
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