पंजाब सरकार ने एक अधिसूचना जारी कहा कि मंत्रियों के बीच विभागों के आवंटन के संबंध में पंजाब सरकार की अधिसूचना संख्या 21/1/2022-2 कैबिनेट/2230 दिनांक 23.09.24 में आंशिक संशोधन करते हुए, प्रशासनिक सुधार विभाग जो पहले कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल को आवंटित किया गया था, अब अस्तित्व में नहीं है।
मई में धालीवाल को मिला था यह विभाग : मई 2023 में कैबिनेट फेरबदल के दौरान धालीवाल को प्रशासनिक विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी, जब उन्हें कृषि और किसान कल्याण विभाग से मुक्त कर दिया गया था, लेकिन एनआरआई (प्रवासी भारतीय) मामलों के विभाग को बरकरार रखा गया था। कृषि और किसान कल्याण का विभाग गुरमीत सिंह खुडि्डयां को दिया गया था।
प्रशासनिक सुधार विभाग के लिए मंत्री को कोई कर्मचारी नहीं दिया गया और इससे संबंधित कोई बैठक भी नहीं हुई। धालीवाल ने इस मुद्दे को ज्यादा तूल न देने की कोशिश करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य पंजाब की सेवा करना है न कि किसी विभाग का प्रभारी बनना।
क्या बोले धालीवाल : उन्होंने कहा कि हम पंजाब को बचाने और राज्य को फिर से पटरी पर लाने में लगे हैं। मेरे लिए विभागों का कोई मतलब नहीं है। यह मुख्यमंत्री पर निर्भर है कि वह हमसे जो भी काम करवाना चाहते हैं, करवाएं।
भाजपा का बड़ा आरोप : विपक्षी दल भाजपा के नेताओं ने कहा कि इससे राज्य में भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार की गंभीरता का पता चलता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मान सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि शासन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है, जिससे राज्य को शर्मसार होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा 20 महीने तक प्रशासनिक सुधार विभाग का नेतृत्व करना, जो कि अस्तित्व में ही नहीं है, चौंकाने वाला खुलासा। इसने भगवंत मान की सरकार की पूरी तरह से अक्षमता और अव्यवस्था उजागर कर दिया है। यह सरकार पूरी तरह सर्कस बन गई है। जब राज्य को गैर-जिम्मेदार और अज्ञानी नेताओं द्वारा चलाया जाता है तो इस तरह की आपदा आती है।
कांग्रेस ने भी किया कटाक्ष : कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी एक पोस्ट में सरकार पर कटाक्ष किया। इस मामले पर एक अख़बार की कतरन साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि क्या बदलाव है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आप सरकार का मजाक उड़ाया और पूछा कि क्या यही वह बदलाव है जिसका उन्होंने वादा किया था।
edited by : Nrapendra Gupta