WHO warns excessive salt intake: खाने का स्वाद बढ़ाने वाला नमक आपकी जान के लिए खतरा भी बन सकता है. चौंकिए मत, ये चेतावनी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अत्यधिक नमक का सेवन अब दुनिया भर में हर साल 19 लाख मौतों के लिए जिम्मेदार है. WHO के नए दिशा-निर्देशों में सोडियम की खपत कम करने के लिए पोटेशियम युक्त नमक का सेवन करने की सलाह दी गई है. इससे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम कम होता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार बार-बार खाने में नमक की मात्रा को लेकर चेतावनी देते रहते हैं. लेकिन, ज्यादातर लोग सोडियम की रोज ली जाने वाली मात्रा से दोगुना से भी अधिक सेवन करते हैं. अधिक नमक का सेवन उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बनता है. ये तीन बीमारियां समय से पहले मौत का सबसे बड़ा कारण हैं. WHO ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें लोगों से स्वस्थ विकल्प के रूप में पोटेशियम युक्त नमक का सेवन करने का आग्रह किया गया है.
शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए नमक का सेवन जरूरी है. हालांकि इसके अत्यधिक सेवन से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसे गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं. डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट के अनुसार, हर साल दुनिया भर में 19 लाख मौतें अत्यधिक नमक के सेवन के कारण होती हैं. एक वयस्क व्यक्ति को दिन भर में 2 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए लेकिन, अधिकांश लोग प्रतिदिन 4.3 ग्राम से अधिक का सेवन करते हैं.
WHO के नए जारी दिशा-निर्देश पोटेशियम युक्त नमक पर स्विच करने की सलाह देते हैं, जो कम सोडियम वाला विकल्प है. इसमें कुछ सोडियम क्लोराइड को पोटेशियम क्लोराइड से बदल दिया जाता है. यह बदलाव रक्तचाप को कम करने और हृदय रोग, स्ट्रोक और समय से पहले होने वाली मौतों को कम करने में मदद कर सकता है.
पोटैशियम हृदय और मांसपेशियों के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हालांकि अधिकांश लोग इसका पर्याप्त सेवन नहीं करते हैं. WHO के अनुसार प्रतिदिन 3.5 ग्राम पोटेशियम का सेवन करना चाहिए. पोटेशियम युक्त नमक के सेवन से हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.