शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि पिछले ढाई से तीन वर्षों में महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। महिलाओं के अपहरण, हत्या और बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं। सत्तारूढ़ पार्टी की महिला नेता इस समय क्या कर रही हैं? पुणे की जघन्य घटना के बाद इन नेताओं ने सिर्फ औपचारिक बयान ही दिए।
अगर ऐसा किसी अन्य सरकार के कार्यकाल में हुआ होता तो यही महिलाएं मंत्रालय के बाहर हंगामा खड़ा कर देतीं। क्या आपने जिस महिला को अपनी 'लड़की बहन' कहते हैं, उसका सम्मान सिर्फ 1500 रुपये में खरीदा है? उन्होंने कहा, क्या सरकार ने गुंडों को महिलाओं का शोषण करने का लाइसेंस दे दिया है? मुख्यमंत्री को पालकमंत्री और पुणे पुलिस आयुक्त से जवाब मांगना चाहिए, क्योंकि उनके कार्यकाल में अपराध और गुंडागर्दी बढ़ गई है।
गुंडों को पुलिस थानों में रखने का नाटक बंद होना चाहिए। पुणे में अधिकतर जबरन वसूली, पुलिस जबरन वसूली, अपहरण और गुंडागर्दी सत्ताधारी पार्टी के संरक्षण में चल रही है। पुलिस पर दबाव है और वे भी इस बात को स्वीकार करते हैं।
मैं पुलिस कमिश्नर को चुनौती देता हूं।
संजय राउत ने कहा कि बस में जो अत्याचार हुआ वह निर्भया कांड जैसा ही था, सौभाग्य से पीड़िता की जान बच गई। हमारे शिवसैनिकों ने स्वारगेट में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, अब उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। मैं पुलिस कमिश्नर को चुनौती देता हूं कि वे पुणे में खुलेआम घूम रहे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करें। गुंडों में कानून का डर खत्म हो गया है। गृह विभाग का इस्तेमाल राजनीतिक हितों के लिए तो किया ही जा रहा है, लेकिन इसका दुरुपयोग आम लोगों को परेशान करने के लिए भी किया जा रहा है।
हमारे कार्यकाल में महिलाओं की सुरक्षा और अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के लिए ‘शक्ति कानून’ बनाया गया। लेकिन सरकार इस कानून को लागू क्यों नहीं कर रही है? इसके पीछे क्या साजिश है? क्या कोई 'फिक्सर' बैठा है जो इस कानून को रोकना चाहता है?
संजय राउत ने कहा कि अगर शक्ति एक्ट लागू हुआ तो फडणवीस सरकार में उन लोगों तक कानून पहुंचेगा जो महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में शामिल हैं। क्या पूजा चौहान मामले में शामिल लोग इस कानून से डरते हैं?
उन्होंने कहा कि 'एक्शन मोड' महज एक दिखावा है। जब कोई महिला पीड़ित होती है या उसके साथ बलात्कार होता है, तो सरकार 'एक्शन मोड' में आ जाती है। लेकिन, उससे पहले क्या किया जाता है? बस डिपो की हालत क्या है? जाकर देखो। मंत्री मर्सिडीज में यात्रा करते हैं, लेकिन बलात्कार, हत्या और आम लोगों के खिलाफ अपराध एसटी बसों में हो रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।