इन्हें मिलेगा लाभ : बताया जा रहा है कि स्वरोजगार में लगे लोग, छोटे व्यापारी और असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी भी इस योजना का हिस्सा बन सकेंगे। जानकारी के मुताबिक इस योजना में कोई भी अपना अंशदान दे सकेगा और 60 साल उम्र से पेंशन का लाभ उठा सकेगा। EPFO इस योजना के फ्रेमवर्क पर काम कर रहा है और केन्द्र सरकार सरकार इसे राज्य सरकारों की योजनाओं से भी जोड़ने पर विचार कर रही है। उल्लेखनीय है कि अभी सरकारी कर्मचारियों के अलावा उन्हीं कर्मचारियों को पेंशन का लाभ मिलता है, जिनका पीएफ कटता है। हालांकि निजी क्षेत्र के ऐसे कर्मचारियों को ही पेंशन का लाभ मिलता है, जिनका पीएफ 10 वर्ष तक कटा हो। ALSO READ:
इन योजनाओं को भी जोड़ा जा सकता है : रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन (PM-SYM) और राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS-Traders) को इस योजना से जोड़ा जा सकता है। अटल पेंशन योजना को भी इसमें शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। निर्माण क्षेत्र के मजदूरों के लिए इसमें अलग से फंड बनाने की योजना है। इस योजना में शामिल होने के लिए व्यक्ति को 18 वर्ष की उम्र में निवेश करना होगा। उस व्यक्ति को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन का लाभ मिलेगा। कॉर्पोरेट सेक्टर भी इस योजना का लाभ ले सकेगा और कर्मचारियों को इसका फायदा पहुंचा सकेगा। ALSO READ:
अब योजना का इंतजार : हालांकि फिलहाल यह योजना विचाराधीन है। जब सरकार द्वारा यह योजना लॉन्च की जाएगी। तब योजना और उसकी शर्तों के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकेगी। लेकिन, यह बात तय है कि इस योजना के लॉन्च होने के बाद उन लोगों को फायदा मिलेगा, जो किसी भी योजना से नहीं जुड़े हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala