एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (जिंस एवं मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि एमसीएक्स में बिकवाली के कारण सोने की कीमतों में कमजोरी देखी गई, जहां सोने की कीमत 85,000 रुपए तक गिर गई। अगर एमसीएक्स पर सोना 84,800 रुपए के स्तर तक आता है तो और भी कमजोरी आ सकती है। त्रिवेदी ने कहा कि बाजार प्रतिभागी आगे के संकेतों के लिए शुक्रवार को कोर पीसीई (व्यक्तिगत उपभोग व्यय) मूल्य सूचकांक के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे।
विदेशी बाजारों में अप्रैल डिलिवरी के लिए कॉमेक्स सोना वायदा 23.10 डॉलर प्रति औंस गिरकर 2,907.50 डॉलर प्रति औंस रह गया। इसके अलावा हाजिर सोना 2,900 डॉलर के स्तर से नीचे फिसल गया और इसकी कीमतें 2,892.95 डॉलर प्रति औंस पर आ गईं।
अबन्स होल्डिंग्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चिंतन मेहता ने कहा कि शुल्क संबंधी चिंताओं के कारण डॉलर में तेजी आने से सोने की कीमतों में एक और रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सुधार हुआ, लेकिन सुरक्षित निवेश की मांग मजबूत बनी हुई है, क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में यूरोपीय संघ से आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क की घोषणा की है और कहा है कि मेक्सिको और कनाडा पर शुल्क अब चार मार्च की समयसीमा के बजाय दो अप्रैल से प्रभावी होंगे।’’
इसके अलावा, मेहता ने कहा कि मेक्सिको और कनाडा पर शुल्क लागू होने की संभावना स्पष्ट नहीं होने के कारण बाजार अनिश्चित हो गए हैं, जिससे सोने की मांग जारी है। एशियाई बाजार में चांदी वायदा भी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 32.47 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी के अनुसार, निवेशक साप्ताहिक बेरोजगारी दावों, जनवरी के टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर और चौथी तिमाही के शुरुआती जीडीपी जैसे प्रमुख अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इनपुट भाषा