महाराष्ट्र के पुणे में स्वर्गेट बस डिपो पर खड़ी महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस में एक महिला के साथ कथित बलात्कार के मामले को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) कार्यकर्ताओं ने उक्त डिपो के सुरक्षा कार्यालय में तोड़फोड़ की। कई नेताओं ने भी इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई। बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने कल यानी गुरुवार को एक अहम बैठक बुलाई है।
पुणे दुष्कर्म मामले के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच बस का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आरोपी और पीड़िता आगे-पीछे चलते नजर आ रहे हैं। इस घटना के बाद महाराष्ट्र की महायुति सरकार राज्य में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है। राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कल (27 फरवरी) एक आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक मुम्बई स्थित मंत्रालय में दोपहर 12.30 बजे होगी।
डिपो सुरक्षा कार्यालय में तोड़फोड़
इस बीच, बलात्कार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) कार्यकर्ताओं ने डिपो के सुरक्षा कार्यालय की खिड़की के शीशे और फर्नीचर तोड़ दिए, जबकि महिला कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीत महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने पुणे बस बलात्कार मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है। उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस से तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। आयोग ने घटना पर की गई कार्रवाई के साथ एफआईआर की प्रति भी तीन दिन के भीतर भेजने को कहा है।
23 सुरक्षा गार्ड निलंबित
इस घटना से गुस्साए लोगों ने बस डिपो के सुरक्षा गार्ड केबिन में तोड़फोड़ की। लोगों ने इस घटना के लिए सुरक्षाकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच, बस स्टॉप पर तैनात 23 सुरक्षा गार्डों को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के संबंध में स्वर्गेट डिपो प्रबंधक और यातायात नियंत्रक से भी पूछताछ की जाएगी। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करनी होगी।
घटना पर दुख जताते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि स्वारगेट बस स्टेशन पर हुई बलात्कार की घटना दुखद, आक्रोशित और शर्मनाक है। बस स्टेशन पर हमारी एक बहन के साथ हुई बलात्कार की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक और सभ्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए शर्मनाक है। इस घटना से हमारा सिर शर्म से झुक गया है। यह एक अक्षम्य अपराध है और इसके लिए मृत्युदंड के अलावा कोई अन्य सजा नहीं हो सकती।
तत्काल गिरफ्तारी वारंट: अजित पवार
उन्होंने कहा, "मैंने पुणे पुलिस आयुक्त को व्यक्तिगत रूप से मामले की जांच करने, इसकी जांच करने और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।" उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी इस अपराध को गंभीरता से लिया है और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को भी पीड़िता को न्याय, मनोवैज्ञानिक सहायता तथा हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
कल मंगलवार को स्वर्गेट बस डिपो पर खड़ी एमएसआरटीसी शिव शाही एसी बस में 26 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान दत्तात्रेय रामदास गाडे (36) के रूप में हुई है और उसे पकड़ने के लिए आठ टीमें गठित की गई हैं। स्वारगेट पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी के अनुसार, दत्तात्रेय के खिलाफ चोरी और चेन स्नेचिंग के मामले दर्ज हैं।
सुप्रिया सुले ने घोटाले के बारे में क्या कहा?
विपक्षी दलों के नेताओं ने बलात्कार मामले को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने पुणे क्षेत्र में बढ़ते अपराध को रोकने में विफल रहने के लिए गृह विभाग को दोषी ठहराया। स्वर्गेट महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के सबसे बड़े बस जंक्शनों में से एक है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता और बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने बताया कि पास में ही पुलिस चौकी है और वहां नियमित गश्त भी होती है। फिर भी स्वर्गेट में ऐसी घटना घटित होना यह दर्शाता है कि असामाजिक तत्वों को कानून का कोई डर नहीं है। गृह विभाग पुणे में अपराध रोकने में विफल रहा है। बलात्कार के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालतों में होनी चाहिए।
इसी तरह, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने भी दावा किया कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि एमएसआरटीसी की बसें राज्य की जीवन रेखा हैं और अब बलात्कार की यह घटना उनकी बस के अंदर हुई है।