एक झटके में निवेशकों के 7 लाख करोड़ स्वाहा, Sensex में 900 अंकों से अधिक की गिरावट, Nifty 22,300 से नीचे पहुंचा
et February 28, 2025 03:42 PM
नई दिल्ली: फरवरी महीने के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार,28 फरवरी को शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. आज निफ्टी और सेंसेक्स लाल निशान के साथ कामकाज की शुरुआत की. आज सेंसेक्स 1,000 अंक या 1.34% गिरकर 73,602 पर आ गया, जबकि निफ्टी 22,270 के लेवल पर आ गया. मार्केट में आई इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. BSE सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटल 7.16 लाख करोड़ रुपये गिरकर 385.94 लाख करोड़ रुपये रह गया. सेंसेक्स और निफ्टी लगातार पांचवें महीने गिरावट दर्ज की है. दरअसल, निवेशक GSP के प्रमुख आंकड़ों का इंतजार कर रहे थे और टैरिफ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताजा बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे. ऐसे में बैंकिंग और आईटी सेक्टर में इंडेक्स हैवीवेट के कारण प्रेसर देखने को मिला. ट्रम्प के टैरिफ रुख पर अनिश्चितताबीते कल यानी गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया कि कनाडा और मैक्सिको से इंपोर्ट पर 25% ट्रैरिफ 4 मार्च से लागू होंगे. इसके अलावा, उन्होंने मेड इन चाइना सामानों पर 10% टैरिफ लगाया, जबकि यूरोपीय संघ से शिपमेंट पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही. व्यापार नीतियों के इर्द-गिर्द इस अनिश्चितता ने बाजार में अस्थिरता को बढ़ावा दिया है. GDP डेटा से पहले पैनिक वहीं, GDP ग्रोथ में मंदी, इनकम में कमी, ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी और विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली के कारण बेंचमार्क सितंबर के अंत में रिकॉर्ड हाई से 14% नीचे आ गए हैं. ऐसे में इंवेस्टर्स दिसंबर तिमाही के GDP डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. बता दें कि GDP डेटा आज मार्केट बंद होने के बाद जारी किया जाएगा. आईटी स्टॉक में प्रेसर शुक्रवार को ज्यादातर एशियन मार्केट्स में गिरावट आई. MSCI एशिया एक्स-जापान इंडेक्स में 1.21% की गिरावट आई, जो चिपमेकर एनवीडिया में तेज गिरावट के बाद वॉल स्ट्रीट पर नुकसान को दर्शाता है. निवेशकों की ओर से एनवीडिया की वित्तीय रिपोर्ट पर निगेटिव रिएक्शन के कारण टेक्नोलॉजी स्टॉक और अधिक दबाव में आ गए, जिससे AI स्टॉक में सेलऑफ शुरू हो गया. डॉलर इंटेक्स में उछाल इसके अलावा, ट्रेड वार की बढ़ती चिंताओं की वजह से निवेशकों का सेंटीमेंट बिगड़ा और अमेरिकी डॉलर प्रमुख करेंसी के मुकाबले कई सप्ताह के हाई लेवल पर पहुंच गया. आज अमेरिकी डॉलर इंडेक्स बढ़कर 107.35 पर पहुंच गया, जो भारत जैसे उभरते देश के लिए निगेटिव संकेत है. विदेशी निवेशकों की बिकवाली वहीं, साल 2025 में अब तक फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स ने भारतीय बाजार से 1,13,721 करोड़ के शेयरों की बिकवाली कर चुके हैं, जबकि फरवरी में अबतक FIIs ने 47,349 करोड़ की बिकवाली की. हालांकि DIIs 52,544 करोड़ रुपये के खरीददार रहे.
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