Meta ने अपने 20 कर्मचारियों को किया बर्ख़ास्त, कंपनी की निजी जानकारियां लीक करने का है आरोप
et February 28, 2025 03:42 PM

दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी की प्रक्रिया हो रही है जिसके कारण कर्मचारी परेशान हैं. कभी प्रदर्शन में कमी कभी काम में गड़बड़ी तो कभी आर्थिक तंगी के नाम पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है. अब मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा ने 20 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. निजी जानकारियां की लीक मेटा ने अपने 20 कर्मचारियों को कंपनी की पर्सनल इनफॉरमेशन लीक करने के कारण नौकरी से निकाल दिया है. इन कर्मचारियों पर आरोप लगा है कि इन्होंने मीडिया को कंपनी की निजी जानकारी दी थी. कार्यवाही पर कंपनी का जवाबमेटा की प्रवक्ता की ओर से कर्मचारियों को निकाले जाने पर कहा गया कि कर्मचारियों की नियुक्ति और उसके बाद भी उन्हें समय-समय पर यह याद दिलाया जाता है कि कंपनी के निजी जानकारी लीक करना हमारी नीतियों के खिलाफ है चाहे उसके लिए कारण कुछ भी हो. इसीलिए ऐसा करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाता है. जांच के बाद लिया यह फैसलामेटा की प्रवक्ता के द्वारा यह भी कहा गया कि उन्होंने हाल ही में एक जांच की थी जिसमें यह सामने आया कि कंपनी के कई कर्मचारी कंपनी की गोपनीय जानकारी को बाहर साझा कर रहे हैं. यह भी माना जा रहा है कि अभी और कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है. हालांकि कंपनी के द्वारा इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि उन्होंने किस विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकला है. कंपनी की आंतरिक बैठकों की जानकारियां समाचार रिपोर्ट में छपीमेटा द्वारा यह कार्यवाही ऐसे समय पर की गई है जब जुकरबर्ग और अन्य अधिकारियों द्वारा की गई आंतरिक बैठकों के द्वारा की गई टिप्पणी समाचार रिपोर्ट में छपी. मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के प्रश्न उत्तर सत्र के दौरान इस बात पर नाराजगी जताई थी की बैठक के दौरान की गई उनकी टिप्पणियां संभवत मीडिया में आ जाएगी. उन्होंने कहा था कि मैं जो भी कुछ कहता हूं वह लीक हो जाता है जो बहुत बुरा है. कंपनी ने दी थी चेतावनीप्रश्नोत्तरी सेशन के दौरान जैसा मार्क जुकरबर्ग ने अनुमान जताया था वैसे ही उनकी की गई टिप्पणियां लीक हो गई. इसके बाद कंपनी के द्वारा कर्मचारियों को ज्ञापन देकर चेतावनी दी गई थी कि जिन भी लोगों ने जानकारियां लिखी है उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा.