क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। पाकिस्तान 29 साल बाद किसी आईसीसी इवेंट (चैंपियंस ट्रॉफी 2025) की मेजबानी कर रहा है, लेकिन लगातार दो हार के बाद वह महज पांच दिन में टूर्नामेंट से बाहर हो गया है। इसके बाद पाकिस्तानी जनता से लेकर उसके पूर्व क्रिकेटरों तक ने अपनी टीम पर गुस्सा जाहिर किया और उसका मजाक उड़ाया। अब पाकिस्तानी टीम को संसद में भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अपनी टीम की शर्मनाक हार का मुद्दा पाकिस्तानी संसद में उठा सकते हैं।
पाकिस्तान की हार का मुद्दा पाकिस्तानी संसद में गूंजेगा।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी पीएम अपनी टीम की हार के बाद बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सहयोगी राणा सनाउल्लाह ने कहा कि प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से इस मामले की जांच करेंगे और हम उनसे क्रिकेट से जुड़े इन मुद्दों को संसद में उठाने का अनुरोध करेंगे।
राणा सनाउल्लाह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज के राजनीतिक और सार्वजनिक मामलों के सलाहकार हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की टीम को चैम्पियंस ट्रॉफी में अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था और वह इस आईसीसी प्रतियोगिता से जल्द ही बाहर हो गई थी। पाकिस्तानी सरकार इस मामले का ध्यान रखेगी। उनके अनुसार शरीफ खुद इस मुद्दे पर संसद में बोलेंगे।
पीसीबी पर पेंच कसे जाएंगे।
चूंकि पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का मेजबान था, इसलिए आईसीसी ने उसे करोड़ों रुपये दिए, जिसकी मदद से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने लाहौर और कराची में अपने स्टेडियमों का नवीनीकरण कराया। इसके अलावा, उन्होंने टूर्नामेंटों पर अधिक पैसा खर्च किया। राणा ने कहा कि पीसीबी पर होने वाले खर्च का खुलासा देश और संसद के सामने किया जाना चाहिए। उनके अनुसार पाकिस्तान में जमीनी और जिला स्तर का क्रिकेट भी बुरे दौर से गुजर रहा है। साथ ही, पीसीबी को पेशेवर स्तर पर खेले जाने वाले क्रिकेट पर होने वाले खर्च के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान का सफर बिना जीत के खत्म
चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप चरण में पाकिस्तान अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड से हार गया। इसके बाद भारत ने उसे दुबई में हराया। इसके साथ ही पाकिस्तानी टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। उन्हें अपना अंतिम ग्रुप चरण मैच 27 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलना था, लेकिन बारिश के कारण मैच रद्द कर दिया गया। जबकि पाकिस्तान टीम का सफर इस टूर्नामेंट में बिना जीत के खत्म हो गया।