अजमेर न्यूज़ डेस्क - पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक विधायक सचिन पायलट जयपुर से पाली जाते समय अजमेर के अशोक उद्यान में कुछ देर रुके। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान पायलट ने डॉ. किरोड़ी लाल मीना, बिजय नगर दुष्कर्म-ब्लैकमेल प्रकरण और विधानसभा गतिरोध पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. किरोड़ी लाल मीना पर पायलट ने कहा- वे मंत्री हैं या नहीं, यह कोई नहीं जानता। न उन्हें रखा जा रहा है, न हटाया जा रहा है, न उन्हें काम दिया जा रहा है और न ही उनसे काम कराया जा रहा है, लेकिन फिर भी वे मंत्री हैं। यह किस बात की उलझन है, क्या मजबूरियां हैं। सरकार में विभाग है। अगर किसी व्यक्ति को शपथ दिलाई जाती है, तो उससे काम करवाओ। या फिर उसे मुक्त करो। सरकार का बहुत ही भ्रमित करने वाला संदेश प्रदेश में जा रहा है।
राजनीति में शब्दों का सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए
पायलट ने कहा- राजनीति में शब्दावली का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। राजनीति में हम जो बोलते हैं, जनता उसे सुनती है। शब्दावली का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। अब कुछ दिन पहले सदन के अंदर स्वर्गीय इंदिरा गांधी के बारे में जो कुछ भी कहा गया, वह अनुचित था। यह कांग्रेस पार्टी के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। जिस व्यक्ति ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी, उसके बारे में अपमानजनक टिप्पणी करना बहुत गलत था। मुझे लगता है कि हर व्यक्ति को अपने शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। किसी को मर्यादा के आधार पर सम्मान नहीं दिया जा सकता और ओछी और घटिया भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
भाजपा नेतृत्व में अंतर्कलह
पायलट ने कहा- सरकार का पहला साल बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्होंने इसे बर्बाद कर दिया। भाजपा नेतृत्व में बहुत तनाव है। दिल्ली, जयपुर, राजस्थान में कई पावर सेंटर बन गए हैं। इससे साफ पता चलता है कि जब शासन और प्रशासन प्रभावित होता है, तो इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। कांग्रेस में तनाव को लेकर पायलट ने कहा- हमारा पूरा विधायक समूह एकजुट होकर जनता के मुद्दों को सामने रख रहा है। हमने विधानसभा में भी अपनी बात मजबूती से रखी। कांग्रेस की ताकत यह है कि हम एक जनाधार वाली पार्टी हैं। हम सबको साथ लेकर चलते हैं। इसका फायदा हमें अगले 4 साल बाद मिलेगा। जिसको जो जिम्मेदारी दी गई है, वह उसे बखूबी निभा रहा है।
बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल मामले पर बोले पायलट
बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल मामले पर पायलट ने कहा- राजस्थान में कानून व्यवस्था, महिला उत्पीड़न जैसे जघन्य अपराध बढ़ रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने सिर्फ आश्वासन ही दिए हैं। पुलिस पर सरकार का प्रभावी नियंत्रण होना चाहिए, लेकिन इसका अभाव है। सख्ती का भी अभाव है। उनकी प्राथमिकता भी अलग है। हमारी पार्टी ने विधानसभा के अंदर और बाहर इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन सरकार का रवैया ढीला है, जिसका नतीजा यह है कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। कांग्रेस के सभी लोगों ने इस मुद्दे को उठाया है। सरकार से न्याय की गुहार लगाई गई है, लेकिन सरकार को जिस तरह से काम करना चाहिए, वह नहीं हुआ। अभी भी जो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, वह नहीं हो रही है।
सरकार ने अपना पहला साल बर्बाद कर दिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधने के सवाल पर पायलट ने कहा- इस तरह के आरोप लगाना ठीक नहीं है। सरकार ने सवा साल पूरे कर लिए हैं। अब भी कांग्रेस को कोसना, गाली देना और नेताओं को बुरा-भला कहना उचित नहीं है। सवा साल में राज्य सरकार ने अब तक क्या किया, सिर्फ पहले की योजनाओं को बंद कर दिया है। नौकरी, कानून व्यवस्था, महंगाई और निवेश को लेकर सिर्फ घोषणाएं ही की हैं। पहला साल बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार ने वह समय बर्बाद कर दिया।
साइकिल यात्रा के जरिए युवाओं को किया जागरूक
पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा- एनएसयूआई इकाई नशे के खिलाफ जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से साइकिल यात्रा के जरिए "नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो" अभियान चला रही है। मैं आज पाली जाकर सभी को प्रोत्साहित कर रहा हूं। नशे और नशे को देश और प्रदेश से दूर रखने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है।