नई दिल्ली, 4 मार्च . पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने मंगलवार को महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के समक्ष चुनौतियों और महिला सुरक्षा को लेकर अपनी बातें रखीं. उन्होंने महिलाओं से मौजूदा अवसरों का पूरा लाभ उठाने की अपील की.
किरण बेदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस समय देश की महिलाएं दो हिस्सों में बटी हुई हैं. पहली वे जिनके पास सरकारी, पारिवारिक और शैक्षिक अवसर हैं. उन्हें मैं यही कहूंगी कि इन अवसरों का पूरा फायदा उठाएं. अब आप बराबरी पर हैं और अब कमी केवल इस बात में होगी कि आप इन अवसरों का इस्तेमाल कैसे करते हैं. अपने भविष्य को लेकर दूरदर्शी सोचें, क्योंकि आप विशेष हैं और ये अवसर आपके लिए हैं. अब कोई शिकायत करने का समय नहीं है, बल्कि मेहनत करने का समय है. सही सोच अपनाकर अपनी प्रगति की दिशा तय करें और ऐसा काम करें, जिससे आप खुद को और समाज को एक साथ आगे बढ़ा सकें.
उन्होंने कहा कि दूसरे समूह में ऐसी महिलाएं हैं जिनके पास अवसर तो आ रहे हैं, लेकिन वे अधूरे हैं. या तो उन्हें सही जानकारी नहीं है या वे इन्हें ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पा रहीं. इन लोगों को मदद की जरूरत है. उन्हें मीडिया, सरकार, स्थानीय प्रशासन और शिक्षा व्यवस्था की मदद चाहिए. उन्हें यह समझने की जरूरत है कि जो कुछ भी उनके पास आ रहा है, उसे इस्तेमाल करें. जैसे स्कूलों में अनेक अवसर होते हैं, वे अगर सभी गतिविधियों में भाग लें, तो वे एक बेहतर और ज्यादा समग्र विद्यार्थी बन सकती हैं. स्कूल सिर्फ इम्तिहान के लिए नहीं हैं, वे आपके विकास के लिए हैं. सरकारी और निजी स्कूलों में खेलकूद, संगीत, डिबेट, एनसीसी, एनएसएस जैसी सुविधाओं का फायदा उठाएं.
किरण बेदी ने कहा कि हमें खुद को हर दिशा में, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है. सही दोस्ती, सही परिवार और एक अच्छा माहौल बनाए रखना जरूरी है. चुनौती को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए, क्योंकि यह हमें सीखने का मौका देती है. अगर महिलाएं, पुरुष, लड़के, लड़कियां, सब यह समझ लें कि जो कुछ भी उनके पास है, वह उन्हें बेहतर और विकसित बनाने के लिए है, तो हमारा देश जल्द ही एक सक्षम और समृद्ध राष्ट्र बन सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों में कौशल सिखाया जा रहा है, तो उसे सीखें. जो स्कूल आपको सिखा रहे हैं, वह ज्ञान जरूर उपयोगी होगा. किसी भी स्किल को सीखने से आपके लिए नए रास्ते खुल सकते हैं. यह वक्त खुद को बेहतर बनाने का है, ताकि आप भविष्य में किसी भी दिशा में सफलता प्राप्त कर सकें. समाज में सुरक्षा की शुरुआत हर घर से होनी चाहिए. अगर हर परिवार अपने बच्चों की जिम्मेदारी सही तरीके से उठाए, तो अपराध और अराजकता कम होगी. परिवार से शुरुआत होती है और यही समाज की नींव है.
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