लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय विदेश मंत्री ई.के.जयशंकर की कार पर हमला करने का प्रयास किया है। यह घटना उस समय घटी जब वे एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद कार से जा रहे थे। वीडियो में एक व्यक्ति उनकी कार की ओर दौड़ता हुआ और भारतीय ध्वज फाड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे हमलावर तेजी से भागता है, विदेश मंत्री की कार के सामने खड़ा होता है और तिरंगा फाड़ देता है। हालांकि, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया।
जयशंकर 4 से 9 मार्च तक ब्रिटेन की यात्रा पर हैं। इस दौरान वह ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है। जिसमें व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा, रक्षा सहयोग और आपसी संबंधों पर चर्चा होगी। ब्रिटेन के बाद वे 6 से 7 मार्च तक आयरलैंड जायेंगे। यहां वह विदेश मंत्री साइमन हैरिस से मुलाकात करेंगे और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लंदन के चैथम हाउस थिंक टैंक में भारत के उदय और विश्व में उसकी भूमिका विषय पर बोलते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की । इस दौरान उन्होंने कश्मीर, अनुच्छेद 370 हटाने, आर्थिक सुधारों और भारी मतदान के साथ हुए चुनावों पर अपने विचार साझा किए। जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने कश्मीर की अधिकांश समस्याओं का समाधान कर दिया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना पहला कदम था। इसके बाद वहां आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय बहाल हुआ।
पड़ोसियों को बड़ा संदेश
जयशंकर ने आगे कहा कि तीसरा बड़ा कदम वहां सफलतापूर्वक चुनाव कराना है। बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान किया। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दा तभी पूरी तरह सुलझ जाएगा जब पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला कश्मीर का हिस्सा उसे वापस कर दिया जाएगा। जयशंकर ने कहा कि भारत हमेशा से अपने पड़ोसी देशों की मदद करता रहा है, लेकिन इसके साथ ही भारत यह भी उम्मीद करता है कि उसके पड़ोसी उसकी संवेदनशीलताओं और हितों का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि हम बड़े हैं, उदार हैं, लेकिन हमारे भी कुछ हित हैं। हम चाहते हैं कि हमारे पड़ोसी इसे समझें और हमारे प्रति जिम्मेदार बनें।
अमेरिका से रिश्तों पर क्या बोले जयशंकर?
अमेरिका-भारत संबंधों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की ओर बढ़ रही है, जो भारत के हित में है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वाषिक समझौते की आवश्यकता पर सहमति बन गई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने भी भारत के साथ क्वाड गठबंधन को महत्व दिया है। इसमें अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।
चीन के साथ संबंधों पर बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और दोनों के बीच अनोखा रिश्ता है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच ऐसे संबंध होने चाहिए जो एक-दूसरे के हितों और संवेदनशीलताओं का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2024 से भारत-चीन संबंधों में कुछ सकारात्मक प्रगति हुई है, जिसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग का खुलना भी शामिल है।