
यजुर फाइबर्स लिमिटेड (Yajur Fibres IPO) ने आईपीओ के लिए सेबी के पास कागजात 6 मार्च को दाखिल किए हैं. डीआरएचपी के अनुसार कंपनी का एसएमई आईपीओ 70 लाख शेयरों का एक बुक बिल्ट इश्यू है. यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है. आशीष कांकरिया, श्रुति ए कांकरिया, अंबिका कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड और गोल्ड व्यू फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड कंपनी के प्रमोटर हैं.कंपनी यजुर फाइबर्स आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में शेड स्थापित करने और ब्लीचिंग प्रोसेसिंग मशीनरी की खरीद के लिए करेगी. साथ ही जगन्नाथपुर, फुलेश्वर, उलूबेरिया, जिला हावड़ा में अपनी मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 4 टन प्रतिदिन की अतिरिक्त उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए करेगी.100% गीले स्पन लिनन यार्न और मिश्रित यार्न के लिए उज्जैन (मध्य प्रदेश) में एक ग्रीनफील्ड इकाई स्थापित करने के लिए अपनी सहायक कंपनी यशोदा लिनन यार्न लिमिटेड में निवेश करने के लिए भी आय का उपयोग किया जाएगा. साथ ही कंपनी की कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं का वित्तपोषण और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को भी पूरा करने के लिए राशि का उपयोग किया जाएगा.यजुर फाइबर्स लिमिटेड फ्लैक्स, जूट और हेम्प जैसे बास्ट फाइबर के प्रोसेसिंग और मैन्युफैक्चरिंग में लगी हुई है. कंपनी लंबे, ब्रिटल बास्ट फाइबर को छोटे, कपास जैसे फाइबर में बदल देती है जो कपास और मानव निर्मित फाइबर के साथ आसानी से मिल जाते हैं.कंपनी के पास कॉटनाइज्ड फाइबर, फ्लैक्स यार्न और जूट यार्न की 300 मीट्रिक टन प्रति माह से अधिक की क्षमता है और इसे भारत और विदेशों में शीर्ष कताई और बुनाई मिलों द्वारा पसंद किया जाता है.कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पश्चिम बंगाल के जूट हब में स्थित है, जो जगन्नाथपुर, फुलेश्वर, उलूबेरिया, हावड़ा जिले में गंगा रिवर फ्रंट के 500 मीटर के साथ 19 एकड़ में फैली हुई है.कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में फ्लैक्स यार्न, जूट यार्न, कॉटनाइज्ड फ्लैक्स फाइबर, कॉटनाइज्ड जूट फाइबर, कॉटनाइज्ड हेम्प फाइबर शामिल हैं.वित्त वर्ष 24 में कंपनी का रेवेन्यू 85.76 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 4.32 करोड़ रुपये था. चालू वित्त वर्ष में कंपनी 31 दिसंबर 2024 को समाप्त अवधि तक कंपनी का रेवेन्यू 96.17 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 11.11 करोड़ रुपये है.होराइजन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड यजुर फाइबर्स आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि मास सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है.(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं)