मुरैना, 08 मार्च . स्व. मोहन प्यारी देवी माहेश्वरी की स्मृति में रोटरी मेडीकल मिशन राहत-2 का आयोजन 26 मार्च से 02 अप्रैल तक जिला मुख्यालय पर किया जा रहा है. रोटरी मेडीकल मिशन में ख्यातिप्राप्त चिकित्सक विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज करेंगे. इस शिविर का लाभ अंतिम छोर तक के गरीब व्यक्ति को प्राप्त हो सके. यह बात विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने बैठक के दौरान कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में शनिवार को विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों से कही.
इस अवसर पर सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, जिला पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती आरती गुर्जर, जिलाधीश अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कमलेश कुमार भार्गव, रोटरी के पदाधिकारी भूपेन्द्र जैन, डॉ. संजीव बांदिल, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजौधा, बलवीर डंडोतिया, भाजपा जिलाध्यक्ष कमलेश कुशवाह, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. योगेशपाल गुप्ता, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी, पार्षद आदि उपस्थित थे.
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन क्षेत्र की दृष्टि से बड़े ही महत्वपूर्ण होते है, जिनका लाभ अंतिम छोर तक के गरीब,जरूरतमंद व्यक्ति को मिल जाये तो उसका जीवन सफल हो जायेगा. पिछले शिविर के द्वारा जो भी कमियां रहीं है, उनको ध्यान में रखते हुये सुधार किया जायेगा. हमारे लोग चिकित्सा की पहुंच से अभी भी दूर है, हम उन्हें इस कैम्प तक पहुंचाये. तभी हमारा मकसद इस कैम्प से पूरा होगा.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संबंधित संस्थायें अपने-अपने वॉलेटियर्स लगायें, स्वयं की संस्था का आईसी कार्ड लगाये और उस व्यक्ति को क्या जिम्मेदारी सौंपी है, उसको भी आईसी कार्ड उपलब्ध करायें. जिस वॉलेंटियर को जो जिम्मेदारी सौंपी है, वे पूर्ण जिम्मेदारी के साथ उसे निभायें. सभी मरीज और अटेंडर को भोजन, पानी आसानी से पहुंच सके और रूकने का भी प्रबंध हो सके. यह सभी सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने कहा कि पंजीयन कक्ष में आने वाले मरीजों को सही दिशा और संबंधित मरीज को चिकित्सक तक पहुंचाने की जिम्मेदारी वॉलेंटियर को नियुक्त करें. योग्य अनुभवी व्यक्ति का ही चयन करें. वॉलेेंटियर ऐसा न हो कि स्वयं की सेल्फी लेने में व्यस्त रहे. उन्होंने कहा कि वॉलेटियर सेवा का भाव मन में पैदा कर सहयोग करें. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि होली के बाद पंचायतों में सचिवों के माध्यम से अभियान चलायें कि अभी भी कोई पीडि़त बीमार व्यक्ति पंजीयन से छूटा हुआ है तो उसे शामिल करने का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि अभी तक 30 हजार ओपीडी हो चुकी है, जिसमें विभिन्न प्रकार के 2700 लोगों को ऑपरेशन के लिये चिन्हित किया जा चुका है. बैठक में रोटरी के पदाधिकारी भूपेन्द्र जैन ने भी पिछले कैम्पों के अनुभवों के बारे में विस्तार से बताया.
/ शरद शर्मा