कोटा न्यूज़ डेस्क - कोटा पुलिस ने बुधवार सुबह कोचिंग छात्रों के लिए होली संबंधी गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार कोचिंग क्षेत्र में होली खेलने पर रोक लगा दी गई है। हॉस्टल-पीजी संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी छात्र सड़कों पर न निकले। इतना ही नहीं होली के दिन हॉस्टल, पीजी, मेस, रेस्टोरेंट में किसी भी तरह का डीजे बजाने पर भी रोक रहेगी। चैंपियंस ट्रॉफी समारोह के दौरान छात्रों द्वारा किए गए उत्पात को देखते हुए कोटा पुलिस ने यह फैसला लिया है।यह गाइडलाइन होलिका दहन (13 मार्च) और धुलंडी (14 मार्च) दोनों दिन लागू रहेगी।
यह है गाइडलाइन
सभी हॉस्टल, पीजी, मेस, रेस्टोरेंट में किसी भी तरह का डीजे साउंड नहीं बजाया जाएगा।
किसी भी तरह की शराब पार्टी पर रोक रहेगी। अगर कोई छात्र नशे का सेवन करते हुए पाया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी हॉस्टल, पीजी, मेस, रेस्टोरेंट संचालक की होगी।
हॉस्टल, पीजी, मेस, रेस्टोरेंट की छत पर जाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। छत पर किसी भी तरह का कोई आयोजन नहीं किया जाएगा।
धुलंडी यानी 14 मार्च को रासायनिक रंगों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेंट संचालक होली और धुलंडी के दिन अपने संस्थानों में मौजूद रहकर विद्यार्थियों पर नजर रखेंगे और स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को सूचित करेंगे।
अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है तो संचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
किसी भी तरह की घटना होने पर पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नंबर 07442350777 या 07442350778 या बोरखेड़ा थाने के फोन नंबर 07442350767 पर कॉल कर सकते हैं।
हॉस्टल एसोसिएशन अध्यक्ष ने क्या कहा?
कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि सभी हॉस्टल संचालक पुलिस द्वारा जारी होली गाइडलाइन का पालन करने का पूरा प्रयास करेंगे। इस बारे में क्षेत्र के सभी हॉस्टल संचालकों को सूचित कर दिया गया है।
9 मार्च की रात 2 घंटे तक हुई थी तोड़फोड़ 9 मार्च की रात दुबई में टीम इंडिया की जीत के बाद कोटा में कोचिंग छात्रों की भीड़ जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आई थी। छात्रों की इस भीड़ ने शहर के कोरल पार्क इलाके में शोर मचाते हुए खूब उत्पात मचाया। हजारों की संख्या में छात्रों ने बैरिकेड्स, दुकानों के शटर और पोस्टर बैनर तोड़ डाले और 2 घंटे तक उत्पात मचाया। इस तोड़फोड़ के वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। हालांकि इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन, जिस तरह से कोटा के कोचिंग छात्रों ने इस तरह से उत्पात मचाते हुए जश्न मनाया, उससे कोटा की छवि पर असर पड़ा है। साथ ही कोटा की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठे हैं।