
रोहित शर्मा और एमएस धोनी की कप्तानी की तुलना
भारत में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता है, और इस खेल ने कई महान खिलाड़ियों को जन्म दिया है। महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा, ये दोनों नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उनकी कप्तानी की शैली अलग हो सकती है, लेकिन उनकी उपलब्धियों ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के महानतम कप्तानों में शामिल किया है।
कप्तानी की तुलना: धोनी की ठंडे दिमागी सोच
एमएस धोनी अपनी शांत और संयमित सोच के लिए प्रसिद्ध हैं। चाहे मैच कितना भी तनावपूर्ण हो, धोनी अपनी रणनीतिक सोच से परिस्थितियों को अपने पक्ष में लाने में माहिर हैं। वहीं, रोहित शर्मा मैदान पर अधिक उत्साही नजर आते हैं, लेकिन उनकी भी एक शांत स्वभाव है, जो उन्हें महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है।
आईसीसी ट्रॉफियों की तुलना
- एमएस धोनी ने भारत को तीन प्रमुख आईसीसी ट्रॉफियां दिलाई:
- टी20 वर्ल्ड कप 2007 (भारत का पहला टी20 खिताब)
- वनडे वर्ल्ड कप 2011 (28 साल बाद भारत का दूसरा वनडे खिताब)
- चैंपियंस ट्रॉफी 2013 (आईसीसी इवेंट्स का 'ट्रिपल क्राउन')
- रोहित शर्मा ने नवंबर 2021 में कप्तानी संभाली और दो बड़ी आईसीसी ट्रॉफियां जीतीं:
- टी20 वर्ल्ड कप 2024 (भारत का दूसरा टी20 खिताब)
- चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (अपराजित रहते हुए भारत को खिताब दिलाया)
अन्य प्रमुख खिताबों की तुलना
- धोनी के नेतृत्व में भारत ने दो एशिया कप खिताब (2010 और 2016) जीते। इसके अलावा, उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 2010 और 2013 में चैंपियंस लीग टी20 ट्रॉफी भी जीती।
- रोहित शर्मा ने भी भारत को दो एशिया कप खिताब (2018 और 2023) दिलाए। 2018 में उन्होंने एक कम अनुभवी टीम के साथ शानदार कप्तानी की और भारत को निडहास ट्रॉफी में भी जीत दिलाई।
आईपीएल ट्रॉफियों की तुलना
- धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को पांच बार (2010, 2011, 2018, 2021, 2023) चैंपियन बनाया।
- रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस को भी पांच बार (2013, 2015, 2017, 2019, 2020) आईपीएल का विजेता बनाया।
कौन है सर्वश्रेष्ठ कप्तान?
आंकड़ों के अनुसार, एमएस धोनी को उनकी आईसीसी ट्रॉफियों की संख्या के कारण बढ़त मिलती है। हालांकि, रोहित शर्मा के योगदान को कमतर नहीं आंका जा सकता। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक आक्रामक शैली में ढालते हुए नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। दोनों कप्तानों ने भारतीय क्रिकेट को गर्वित किया है, और उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने कई ऐतिहासिक क्षण देखे हैं। धोनी और रोहित की विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।