बेंगलुरु में नौकरी करने वाला यह शख्स हर महीने 1.50 लाख कमाने के बाद भी नहीं है खुश, रेडिट पर शेयर किया अपना अनुभव

दूसरे लोगों की जिंदगी बाहर से जितनी खूबसूरत दिखती है, शायद वह अंदर से इतनी खूबसूरत नहीं होती है. बहुत से लोग सोचते हैं कि जो लोग अपनी नोकरी से हर महीने लाखों कमा रहे हैं, उनकी जिंदगी बहुत मौज से कट रही है लेकिन ऐसा नहीं होता है. ऐसे कई मामले सामने आए है, जहां लोग लाखों कमाने के बाद भी खुश नहीं हैं. आज हम बात करेंगे बेंगलुरु में रहने वाले एक शख्स की, जो हर महीने 1.50 लाख रुपये अपनी नौकरी से कमा रहा है. बावजूद इसके वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं है. इस शख्स ने अपनी अनुभर रेडिट पर शेयर किया है. आइए जानते हैं. लाखों कमाने के बाद भी जिंदगी में स्थिरता नहींonepoint5zero नाम के एक रेडिट यूजर ने बेंगलुरु में अपनी जिंदगी का अनुभव लोगों से एक पोस्ट के जरिए शेयर किया. उन्होंने बताया कि उनकी जिंदगी दिखने में जितनी खूबसूरत लगती है, हकीकत में उतनी है नहीं. यूजर ने बताया कि वह हर महीने 1.50 लाख रुपये कमाता है. बावजूद इसके उसकी जिंदगी में स्थिरता नहीं है अगर उसकी नौकरी चली जाती है, तो उसकी जमा पूंजी कुछ ही महीनों में खत्म हो जाएगी.उन्होंने बताया कि भले ही वह हर महीने 1.50 लाख रुपये कमा रहे हों लेकिन घर के खर्चे, किराया और ईएमआई चुकाने के बाद उनके पास केवल 30 से 40,000 रुपये ही बचते हैं. हालांकि, उनकी सबसे बड़ी चिंता पैसा नहीं है. उन्होंने बताया कि बचपन में उन्होंने बेंगलुरु में एक अलग ही जिंदगी का सपना देखा था, जिसमें उन्हें ढेर सारे मौके मिलेंगे, जिंदगी रोमांचक होगी और उनका रूटीन ग्लैमरस होगा लेकिन अब जब वो ये जिंदगी जी रहे हैं तो उन्हें लगता है कि वो एक नाजुक फूलदान की तरह हैं जो कभी भी टूट सकता है. बेंगलुरु की महंगाईयूजर बताता है कि उसके पास इमरजेंसी के लिए ज्यादा फंड नहीं है. वह और उनकी मंगेतर पीजी में रहते हैं और उनके लिए घर ढूंढना बेहद कठिन है. बेंगलुरु की रियल एस्टेट मार्केट काफी महंगी है, जो उनकी चिंताओं को बढ़ाती है. इसके अलावा शहर में खाना, राशन, घर और बाकी सेवाएं भी काफी महंगी हैं.