जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में किसान एकता संगठन ने चीफ वार्डन डॉ. जसवीर सूरा को एक ज्ञापन सौंपा। संगठन के सदस्यों ने बताया कि लड़कों को हॉस्टल में प्रवेश देने के बावजूद लड़कियों को प्रवेश से वंचित रखना एक गंभीर भेदभाव है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने लड़कों को हॉस्टल में प्रवेश दिया, लेकिन लड़कियों को इससे वंचित रखा, जिससे उनकी योग कक्षाएं भी प्रभावित हुईं।
किसान छात्र एकता संगठन इस भेदभाव का विरोध कर रहा है। छात्राओं ने प्रशासन से मांग की कि उन्हें हॉस्टल में प्रवेश नहीं दिया गया, जिससे उनकी कक्षाएं बाधित हुई हैं।
उप प्रधान अभिषेक जुलाना ने कहा कि लड़कियों को शिक्षा के समान अवसर देना उनका संविधानिक अधिकार है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द ही इस भेदभाव को समाप्त नहीं किया, तो संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।
छात्र नेता नवरत्न माथुर ने प्रशासन से अपील की कि वे छात्राओं के अधिकारों की रक्षा करें और हॉस्टल में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। इस पर चीफ वार्डन डॉ. जसवीर सूरा ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर छात्र नेता जसकरण, अमन पेगां, नितेश जांगड़ा आदि भी उपस्थित थे।