अशोकनगर,19 मार्च . जिले में रंगपंचमी पर आयोजित प्रसिद्ध करीला मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था में चूक के कारण सीढ़ी टूट जाने से मुख्यमंत्री मोहन यादव सीढ़ी से गिर गए और बढ़ा हादसा टल गया. रंगपंचमी के अवसर पर बुधवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव करीला स्थित मां जानकी के मंदिर में पूजा अर्चना करने आए हुए थे. जब वे गर्भग्रह से पूजा अर्चना कर बाहर आए और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कर सीढिय़ों से जैसे ही नीचे उतरे और पत्रकारों से बात करने शुरू हुए वैसे ही उनकी सीढ़ी टूट गई और वह गिर पड़े. अचानक हुए इस हादसे से सभी हतप्रद रह गए और थोड़ी देर नीचे बैठने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव उठे. तत्पश्चात मोहन यादव के द्वारा मंदिर परिसर में स्थापित ढोल का बजाया गया और मां जानकी के जयकारे लगाए गए.
यहां बता दें कि जिले का ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध करीला मेले में सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन एक माह पहले से मैराथन बैठकें करता है फिर भी यहां मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक हो गई. प्रत्यक्ष देखने में आया कि मुख्यमंत्री के मंदिर परिसर में होने के दौरान अत्यधिक भीड़ का जमाबड़ा होना और सीएम द्वारा पूजा अर्चना करने के बाद उनके पीछे से चलती भीड़ का इतना दबाव बढ़ा कि भीड़ के दबाव में पूरी सीढिय़ां नीचे धसक गईं.
प्रशासन ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा के प्रति शायद अनुमान नहीं लगाया कि इतनी भीड़ के दबाव में सीढ़ी टूट सकती हैं. अगर इतने लोगों को ऊपर चढऩे की अनुमति नहीं दी गई होती तो यह चूक नहीं होती. मुख्यमंत्री के आगमन और मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कमिश्नर एवं आई जी अरविन्द सक्सैना, कलेक्टर सुभाष द्विवेदी, एसपी विनीत जैन उपस्थित थे. पर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक के सवाल पर सभी बचते रहे.
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/ देवेन्द्र ताम्रकार