Uttarakhand में बैंक चार दिन बंद, जरूरी काम जल्दी निपटाएं
Gyanhigyan March 20, 2025 04:42 AM
Uttarakhand में बैंकिंग सेवाओं का निलंबन

Uttarakhand में यदि आपके पास बैंक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कार्य हैं, तो उन्हें जल्द पूरा कर लें, क्योंकि इस महीने बैंक चार दिनों के लिए बंद रहेंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने 24 और 25 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है। इसके अलावा, 22 मार्च को चौथा शनिवार और 23 मार्च को रविवार होने के कारण बैंक पहले से ही दो दिन बंद रहेंगे। इस प्रकार, ग्राहकों को चार दिनों तक बैंकिंग सेवाओं से वंचित रहना पड़ेगा।

18 मार्च को देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में UFBU के संयोजक और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) के अध्यक्ष इंद्र सिंह रावत ने हड़ताल की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौ प्रमुख बैंक यूनियनों ने 24 और 25 मार्च को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।

बैंक कर्मचारी अपनी प्रमुख मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे, जिनमें शामिल हैं:

जॉब सिक्योरिटी: बैंक कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
आउटसोर्सिंग पर रोक: अस्थाई नौकरियों की आउटसोर्सिंग को समाप्त किया जाए।
पर्याप्त भर्ती: ग्राहकों को संतोषजनक सेवा देने के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की भर्ती की जाए।
फाइव डे बैंकिंग: सप्ताह में पांच दिन कामकाज लागू करने की मांग।
प्रेस वार्ता में रावत ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक लाखों लोगों को सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण ग्राहकों को सही सेवा नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक से बैंकों में कर्मचारियों की भर्ती नहीं की जा रही है, जिससे मौजूदा स्टाफ पर अत्यधिक कार्यभार है।

हड़ताल के कारण 24 और 25 मार्च को बैंकिंग सेवाएं ठप रहेंगी। इससे पहले, 22 मार्च को चौथे शनिवार और 23 मार्च को रविवार के कारण बैंक पहले से ही बंद रहेंगे। इस प्रकार, बैंक कुल चार दिन बंद रहेंगे, जिससे ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

बैंक बंद रहने के कारण ग्राहकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

नकदी निकासी में परेशानी: एटीएम में कैश की कमी हो सकती है।
चेक क्लीयरेंस में देरी: चार दिन की छुट्टी के कारण चेक क्लियरेंस बाधित हो सकती है।
लोन और ईएमआई ट्रांजैक्शन में देरी: हड़ताल के कारण लोन प्रक्रिया और ईएमआई भुगतान में देरी हो सकती है।
डिजिटल बैंकिंग का बढ़ता उपयोग: बैंकिंग सेवाएं बंद होने से लोग डिजिटल भुगतान सेवाओं का अधिक उपयोग करेंगे।
हड़ताल के दौरान बैंक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे, जिनमें शामिल हैं:

बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा: कर्मचारियों को ग्राहकों के हमलों का सामना करना पड़ता है।
IDBI में सरकारी हिस्सेदारी: सरकार से मांग की गई है कि आईडीबीआई बैंक में न्यूनतम 51% इक्विटी पूंजी बनाए रखी जाए।
PSB निदेशक पदों को भरा जाए: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कामगार और अधिकारी निदेशक पदों को भरा जाए।
अनुचित श्रम प्रथाओं पर रोक: बैंकिंग क्षेत्र में श्रम कानूनों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
बैंक बंद रहने के दौरान ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करना होगा। ग्राहक यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग आदि के माध्यम से लेन-देन कर सकते हैं। हालांकि, एटीएम में नकदी की कमी की संभावना बनी रहेगी।

समय रहते निपटा लें बैंक का काम
24 और 25 मार्च को होने वाली बैंक हड़ताल से देशभर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेंगी। 22 मार्च को शनिवार और 23 मार्च को रविवार होने के कारण बैंक कुल चार दिन बंद रहेंगे। इस दौरान ग्राहकों को नकदी निकासी, चेक क्लीयरेंस और अन्य बैंकिंग सेवाओं में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बैंक यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह हड़ताल की घोषणा की है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे बैंक से जुड़े जरूरी काम समय रहते निपटा लें.


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.