जब किसी परिवार में किसी प्रिय सदस्य का निधन होता है, तो न केवल उनके घर में, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ जाती है। हाल ही में झखण्ड के जमशेदपुर जिले में एक बुजुर्ग के निधन के बाद ऐसा ही हुआ। उनके अंतिम संस्कार के समय, एक लंगूर ने वहां आकर सबको चौंका दिया।
गौरांग चन्द्र पाल, जो चाकुलिया प्रखंड के कालापाथर गांव के निवासी थे, 80 वर्ष की आयु में निधन हो गए। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए घर के आंगन में रखा गया था। इस दौरान, एक लंगूर अचानक वहां पहुंच गया।
यह लंगूर गौरांग चन्द्र पाल के शव के सिरहाने बैठ गया और प्यार से उनके सिर और चेहरे को सहलाने लगा, जैसे वह उन्हें आशीर्वाद दे रहा हो। इसके अलावा, लंगूर ने भी अन्य लोगों की तरह उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि लंगूर ने किसी प्रकार की परेशानी नहीं की और कुछ समय तक शव के पास चुपचाप बैठा रहा।
जब गांव के लोग शव को अंतिम यात्रा के लिए श्मशान घाट ले गए, तो लंगूर भी उनके पीछे-पीछे गया। चिता के पास कुछ समय बैठने के बाद, वह वहां से चला गया। पंचायत के मुखिया शिवचरण हांसदा ने बताया कि यह लंगूर पहले कभी नहीं देखा गया था और यह अचानक कैसे आया, किसी को नहीं पता।
यह घटना अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इस दृश्य को देखकर भावुक हो गए हैं। कुछ का मानना है कि भगवान लंगूर के रूप में आशीर्वाद देने आए थे, जबकि अन्य का कहना है कि इस लंगूर और मृतक का पिछले जन्म में कोई संबंध हो सकता है। इस घटना ने यह भी साबित किया कि जानवरों में भी भावनाएं होती हैं और हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए।