वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद वाद्रा ने कहा कि जिले के चूरलमाला और मुंडक्कई इलाकों में हुए भूस्खलन और आपदा की तस्वीरें देखकर लोग यहां आने से डरने लगे। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया को यह दिखाकर इस डर को दूर करना होगा कि विनाश एक सीमित क्षेत्र में हुआ है, जिला सुरक्षित है और वायनाड में देखने और खोजने के लिए बहुत कुछ है।ALSO READ:
पर्यटन क्षमता को बढ़ाना महत्वपूर्ण : उन्होंने दोपहर में सुल्तान बाथरी में आयोजित ‘एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन इंडिया’ (एटीटीओआई) के पर्यटन सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा कि हमारे लिए उस पर्यटन क्षमता को बढ़ाना महत्वपूर्ण है। वाद्रा ने विशेष रूप से वायनाड के आदिवासी क्षेत्रों में जिले की समृद्ध विरासत का भी उल्लेख किया और कहा कि यह अनुभवात्मक पर्यटन का एक स्रोत हो सकता है क्योंकि देश और दुनिया के अन्य हिस्सों से यहां आने वाले लोग इसकी विरासत को देख, अनुभव और सीख सकते हैं।
वायनाड अब यहां की राजनीति के लिए लोकप्रिय : उन्होंने कहा कि वायनाड अब पर्यटन स्थल के रूप में नहीं बल्कि यहां की राजनीति के लिए लोकप्रिय है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि यहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है और दुनिया को दिखाने के लिए बहुत कुछ है। वाद्रा ने कहा कि वायनाड की प्राकृतिक सुंदरता नष्ट होना बहुत दुखद होगा। उन्होंने लोगों से अपनी पर्यटन के समय पर्यावरण के प्रति सम्मानजनक होने का आग्रह किया।ALSO READ:
वाद्रा ने कहा कि हम अभी उससे (वायनाड की प्राकृतिक सुंदरता के विनाश से) बहुत दूर हैं और मुझे लगता है कि हम एक विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में उभर सकते हैं, लेकिन हमें पर्यटन का एक स्थायी मॉडल बनाने की आवश्यकता है। इसके तहत पर्यटन परियोजनाओं के स्वामित्व, संचालन और प्रबंधन में स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी शामिल होनी चाहिए।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta