कलौंजी: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत औषधि के 90 फायदे
Gyanhigyan March 30, 2025 12:42 PM
कलौंजी का महत्व

आयुर्वेद में कलौंजी को 'कलयुग में धरती पर संजीवनी' कहा गया है, जो अनेक बीमारियों का इलाज करती है। इसके गुणों का उल्लेख न केवल आयुर्वेदिक ग्रंथों में, बल्कि मुस्लिम पवित्र ग्रंथ हदीस में भी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि 'मौत को छोड़कर हर मर्ज की दवा है कलौंजी'। यह सभी धर्मों के ग्रंथों में उल्लेखित है।


कलौंजी के बीज और उनके उपयोग

कलौंजी एक औषधीय पौधा है, जिसके बीजों का उपयोग औषधियों के रूप में किया जाता है। इन बीजों को बारीक पीसकर सिरका, शहद या पानी में मिलाकर सेवन किया जाता है।



कलौंजी के तेल के लाभ
  • कलौंजी के बीजों से तेल निकाला जाता है, जो कई रोगों के लिए लाभकारी होता है।
  • इसमें विशेष प्रकार की चर्बी होती है, जो इसे औषधीय गुण प्रदान करती है।
  • कलौंजी का तेल कफ को नष्ट करने और रक्त को साफ करने में मदद करता है।
  • गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा हो सकता है।

कलौंजी का तेल बनाने की विधि

250 ग्राम कलौंजी को ढाई लीटर पानी में उबालें। जब पानी एक लीटर रह जाए, तो इसे ठंडा करें। इस प्रक्रिया से तेल निकलकर पानी के ऊपर तैरने लगता है। इसे छानकर शीशी में भर लें।


वैज्ञानिक दृष्टिकोण

कलौंजी के बीजों में 31 प्रतिशत स्थिर तेल और 0.5 से 1.6 प्रतिशत उड़नशील तेल पाया जाता है। इसमें कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।


हदीस में कहा गया है कि 'मौत को छोड़कर हर मर्ज की दवा है कलौंजी', जो इसके औषधीय गुणों को दर्शाता है।


कलौंजी के सेवन के तरीके
  • कलौंजी के बीजों का सीधा सेवन किया जा सकता है।
  • एक चम्मच कलौंजी को शहद में मिलाकर लें।
  • पानी में उबालकर इसका सेवन करें।
  • दूध में उबालकर पीने से भी लाभ होता है।

कलौंजी के अद्भुत फायदे
  • टाइप-2 डायबिटीज में ग्लूकोज को नियंत्रित करता है।
  • मिर्गी के दौरे को कम करने में सहायक।
  • उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • गंजापन दूर करने में मदद करता है।
  • त्वचा के विकारों को ठीक करता है।

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