Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि भी निर्धारित हो गई है. नवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर गंगोत्री धाम मंदिर समिति की ओर से गंगोत्री धाम के कपाटोद्धाटन की तिथि और समय निश्चित कर लिया गया है. श्रद्धालुओं के लिए 30 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. इस दिन अक्षय तृतीया है. गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को शुक्ल पक्ष में सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर विधिविधान के साथ खोल दिये जाएंगे.
मां गंगा की विग्रह डोली शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से 29 अप्रैल को दोपहर में विधिवत पूजा पाठ के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी. मां गंगा की विग्रह डोली पैदल करीब 15 किमी दूरी पर स्थिति भैरों घाटी में भैरव मंदिर पहुंचेगी. जहां पर रात्रि विश्राम के बाद 30 अप्रैल को सुबह गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी. इसी तरह से यमुनोत्री धाम के कपाट भी अक्षय तृतीय के अवसर पर 30 अप्रैल को खुलेंगे.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी गंगा ने कई शताब्दियों की अपनी गंभीर तपस्या के बाद, राजा भगीरथ के पूर्वजों के पापों को मिटाने के लिए एक नदी का रूप लिया था. भगवान शिव ने मां गंगा के गिरने के अपार प्रभाव को कम करने के लिए अपने उलझे हुए बालो में मां गंगा को प्राप्त किया. वह अपने पौराणिक स्रोत पर भागीरथी कहलाने लगी. गंगोत्री धाम में ही गंगा पहली बार पृथ्वी को स्पर्श करती है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी गंगा ने कई शताब्दियों की अपनी गंभीर तपस्या के बाद, राजा भगीरथ के पूर्वजों के पापों को मिटाने के लिए एक नदी का रूप लिया था.