जयपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला की सर्जरी के दौरान लापरवाही से उसके पेट में पट्टी छोड़ दी गई। यह मामला मुहाना थाने में दर्ज किया गया है। नानगी देवी नाम की महिला, जो मामूली इलाज के लिए डॉक्टर के पास गई थी, को सात महीने तक दर्द सहन करना पड़ा। प्रारंभ में, उसने जयश्री नाम की डॉक्टर से इलाज कराया, लेकिन दर्द में कोई सुधार नहीं हुआ।
डॉक्टर ने उसे दवाएं दीं, लेकिन जब दर्द बढ़ा, तो सर्जरी का निर्णय लिया गया। सर्जरी के बाद, अस्पताल ने लापरवाही से नानगी देवी के पेट में पट्टी छोड़ दी। जब दर्द बढ़ा, तो उसे तीन दिन बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उसके पति सुवालाल और परिवार ने उसे बार-बार डॉक्टर के पास ले जाया, लेकिन हर बार उसे केवल दर्द की दवा देकर भेज दिया गया।
लगभग सात महीने बाद, सुवालाल ने नानगी देवी का इलाज बगरु के एक अन्य अस्पताल में कराया। वहां सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने नानगी देवी के पेट से आठ एमएम का पट्टी का टुकड़ा निकाला। यह टुकड़ा जांच के लिए भेजा गया। सुवालाल ने पुलिस को बताया कि इस पट्टी के कारण उसकी पत्नी के आंतरिक अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर जयश्री और तीन अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। नानगी देवी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।