तनाव बन सकता है आंखों का दुश्मन, जानिए बचाव के जरूरी तरीके
Navyug Sandesh Hindi April 04, 2025 07:42 PM

अक्सर हम आंखों की परेशानी को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी तनाव भरी जिंदगी धीरे-धीरे आपकी आंखों की रोशनी को भी कमजोर कर सकती है?

तनाव यानी स्ट्रेस न सिर्फ मानसिक और शारीरिक सेहत पर असर डालता है, बल्कि आंखों की सेहत पर भी गहरा प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं, कैसे तनाव आंखों के लिए नुकसानदायक बन सकता है और इससे बचाव के क्या उपाय किए जा सकते हैं।

⚠️ तनाव का आंखों पर असर कैसे पड़ता है?
ब्लड प्रेशर बढ़ने पर आंखों में ब्लीडिंग हो सकती है, जिससे रेटिना को नुकसान पहुंच सकता है।

डबल विजन, धुंधलापन, आंखों का फड़कना और ड्राईनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

तनाव के कारण पुतलियों का फैलना अधिक रोशनी को आंखों में ले आता है, जिससे आंखें थक जाती हैं।

कोर्टिसोल और एड्रेनालिन हार्मोन का लेवल बढ़ने से आंखों में दबाव बढ़ता है, जो ग्लूकोमा जैसी बीमारी का कारण बन सकता है।

💡 तनाव की वजह से आंखों की ये समस्याएं हो सकती हैं:
आंखों में जलन और सूखापन

धुंधली दृष्टि या डबल विजन

आंखों का फड़कना

नजर का कमजोर होना

रेटिना पर असर

आंखों में भारीपन और थकान

🔍 तनाव से आंखों पर असर के कारण:
कोर्टिसोल हार्मोन आंखों की नसों और ब्लड वेसल्स पर असर डालता है

आंखों के अंदर फ्लूड प्रेशर बढ़ने से सूखापन और खिंचाव होता है

लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन देखने से तनाव और नजर दोनों पर बुरा असर

आंखों की किसी बीमारी के इलाज के दौरान अगर तनाव बढ़ जाए तो इलाज पर असर पड़ता है

🛡️ कैसे रखें अपनी आंखों को तनाव से सुरक्षित:
✅ रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें
✅ नींद पूरी करें – कम से कम 7–8 घंटे
✅ हरी सब्जियां, फल और मल्टीग्रेन अनाज को डाइट में शामिल करें
✅ शराब और स्मोकिंग से दूरी बनाएं
✅ दिन में कुछ समय प्राकृतिक वातावरण में बिताएं
✅ मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग से मन को शांत रखें
✅ अगर आंखों में परेशानी हो तो नेत्र विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लें

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